Mrityubhoj: मृत्युभोज में ब्राह्मणों को क्यों कराया जाता है पहले भोजन? जानें धार्मिक महत्व

Nishant Bharti
Jun 26, 2025

मृत्युभोज की परंपरा

मृत्युभोज की परंपरा में ब्राह्मणों को पहले भोजन कराने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है.

वेदों के ज्ञाता

माना जाता है कि ब्राह्मण वेदों के ज्ञाता और धर्म के संरक्षक होते हैं.

पितरों को तर्पण

उनके माध्यम से पितरों को तर्पण और श्राद्ध कर्म का फल मिलता है.

पितृगण संतुष्ट

ब्राह्मणों को पहले भोजन कराने से पितृगण संतुष्ट होते हैं, ऐसा विश्वास है.

कर्मकांड

वे धार्मिक विधियों के ज्ञाता होते हैं, जिससे कर्मकांड शुद्ध रूप से संपन्न होता है.

पुण्य का कार्य

ब्राह्मण को भोजन कराना पुण्य का कार्य माना जाता है.

ब्राह्मणों का आशीर्वाद

यह भी मान्यता है कि ब्राह्मणों के आशीर्वाद से आत्मा को शांति मिलती है.

परंपरा के विरुद्ध

ब्राह्मणों के भोजन से पहले किसी और को खिलाना परंपरा के विरुद्ध माना जाता है.

ब्राह्मणों को आमंत्रित

यही कारण है कि मृत्युभोज में सबसे पहले ब्राह्मणों को आमंत्रित कर भोजन कराया जाता है.

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