Bulldozer Action: गाजियाबाद में GDA की बड़ी कार्रवाई, अवैध कॉलोनी पर चला बुलडोजर
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Bulldozer Action: गाजियाबाद में GDA की बड़ी कार्रवाई, अवैध कॉलोनी पर चला बुलडोजर

Ghaziabad Bulldozer Action: गाजियाबाद में जीडीए ने मोरटी गांव में सात हजार वर्ग गज में बनी अवैध कॉलोनी को बुलडोजर चलाकर तोड़ा. कॉलोनाइजर ने विरोध किया, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाई. वहीं, इंदिरापुरम विस्तार योजना में सीवर, ड्रेनेज और सड़क निर्माण तेजी से हो रहा है. जल्द ही आवंटियों को कब्जा मिलेगा.

Bulldozer Action: गाजियाबाद में GDA की बड़ी कार्रवाई, अवैध कॉलोनी पर चला बुलडोजर
Bulldozer Action: गाजियाबाद में GDA की बड़ी कार्रवाई, अवैध कॉलोनी पर चला बुलडोजर

Ghaziabad: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने अवैध निर्माण पर कड़ा रुख अपनाते हुए मंगलवार को जोन-1 के मोरटी गांव में बड़ी कार्रवाई की. जीडीए की प्रवर्तन टीम ने वहां लगभग 7 हजार वर्ग गज में बनाई जा रही अवैध कॉलोनी को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया. यह कॉलोनी खसरा नंबर 352, 175 और 176 की जमीन पर बनाई जा रही थी, जिसमें सड़क, प्लॉटिंग और चारदीवारी का निर्माण किया गया था.

जानकारी के अनुसार कार्रवाई के दौरान कॉलोनी बनाने वाले लोगों ने जीडीए टीम का विरोध भी किया, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस बल ने उन्हें हटाया और चेतावनी दी कि यदि अवरोध डाला गया तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. जीडीए अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे बिना अनुमति विकसित की गई कॉलोनियों में प्लॉट या मकान न खरीदें, वरना उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है.

इंदिरापुरम विस्तार योजना में तेजी

दूसरी ओर, इंदिरापुरम विस्तार योजना में जीडीए तेजी से विकास कार्य कर रहा है. जिन लोगों ने हाल ही में जीडीए की नीलामी में प्लॉट खरीदे हैं, उन्हें जल्द ही कब्जा मिलने की संभावना है. जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि वहां पर भूमिगत पानी की पाइपलाइन, सीवरेज और ड्रेनेज का काम अंतिम चरण में है. बड़ी संख्या में सड़कों का निर्माण पूरा किया जा चुका है. करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से इंदिरापुरम विस्तार में विकास कार्य कराए जा रहे हैं. साथ ही, श्मशान घाट के आसपास दीवार निर्माण का कार्य भी जारी है. उन्होंने बताया कि जल्द ही यहां खाली पड़े भूखंडों की नई नीलामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

पहले इस योजना में 34,544 वर्ग मीटर जमीन ग्रुप हाउसिंग के लिए आरक्षित थी, लेकिन उसे छोटे-छोटे प्लॉटों में बांटकर 300 से 578 वर्ग मीटर साइज के प्लॉट में बदला गया है. यह प्रस्ताव बोर्ड की मंजूरी के बाद पास किया गया.

व्यवसायिक भूखंड भी होंगे उपलब्ध

इस योजना में सिर्फ आवासीय नहीं, बल्कि व्यवसायिक भूखंड भी प्रस्तावित हैं. इससे यहां रहने वाले लोगों को आसपास ही जरूरी सुविधाएं मिल सकेंगी. जीडीए का लक्ष्य है कि लोग यहां अपने घर बसाएं और उन्हें सुविधाजनक जीवन मिले.

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