देश से बड़ा कुछ नहीं, शशि थरूर के समर्थन में बोले मनोज तिवारी, कांग्रेस पर किया कटाक्ष
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2765195

देश से बड़ा कुछ नहीं, शशि थरूर के समर्थन में बोले मनोज तिवारी, कांग्रेस पर किया कटाक्ष

Congress Shashi Tharoor: भारत की तरफ से कांग्रेस नेता दुनिया को यह संदेश देंगे कि हमारा देश आतंकवाद पर किसी तरह की नरमी नहीं बरतेगा. सर्वदलीय प्रतिनिमंडलों की अगुवाई कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर को सौंपी गई है.

 

देश से बड़ा कुछ नहीं, शशि थरूर के समर्थन में बोले मनोज तिवारी, कांग्रेस पर किया कटाक्ष
देश से बड़ा कुछ नहीं, शशि थरूर के समर्थन में बोले मनोज तिवारी, कांग्रेस पर किया कटाक्ष

Manoj Tiwari On Congress: पहलगाम हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ भारत ने सख्त कदम उठाते हुए दुनिया को कड़ा संदेश देने का फैसला किया है. इसी कड़ी में भारत सरकार ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेश भेजने का निर्णय लिया है, जो दुनिया को यह संदेश देंगे कि भारत आतंकवाद पर किसी तरह की नरमी नहीं बरतेगा. खास बात यह है कि इन प्रतिनिधिमंडलों में से एक की अगुवाई कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर को सौंपी गई है. लेकिन शशि थरूर के चयन को लेकर खुद उनकी पार्टी कांग्रेस के भीतर ही सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस की इस चुप्पी और नाखुशी पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने तीखा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे हैरत होती है कि क्या शशि थरूर कांग्रेस के नेता नहीं हैं और क्या कांग्रेस उन्हें अपना मानती ही नहीं है.

मनोज तिवारी ने आगे कहा कि शशि थरूर एक शानदार वक्ता हैं, देश के जाने-माने नेता हैं. अगर वो भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं तो कांग्रेस को गर्व होना चाहिए. लेकिन दुख की बात है कि कांग्रेस खुद अपनी ही पार्टी के नेता के लिए समर्थन नहीं दिखा पा रही. कांग्रेस में कई 'कांग्रेस' हैं  यही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी है. इसी मुद्दे पर दिल्ली सरकार में मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा कि क्या शशि थरूर भारतीय नहीं हैं. क्या वो पाकिस्तान से आए हैं वो भारत की संसद में बैठते हैं भारत की जनता ने उन्हें चुना है. अगर उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है, तो ये कांग्रेस के लिए गर्व की बात होनी चाहिए न कि आलोचना का कारण हो.

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने थरूर को इसलिए चुना क्योंकि वो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की बात प्रभावशाली ढंग से रखने की क्षमता रखते है . लेकिन कांग्रेस का कहना है कि थरूर को इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने से पहले पार्टी से सलाह लेनी चाहिए थी. हालांकि, इस वक्त जब देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखा रहा है, तब राजनीति नहीं होनी चाहिए. देश का सम्मान हर पार्टी से ऊपर है यही भावना अब जरूरी है.

इनपुट- पीटीआई

ये भी पढ़िए- Gurugram Water Crisis: बसई और चंदू प्लांट पर राहत की उम्मीद, नई यूनिट जल्द होगी चालू

false
;