Rohtak Murder Mystery: तीन महीने से रोहतक पुलिस एक टीचर की तलाश में भटक रही थी, तभी कॉल डिटेल को ट्रेस कर पुलिस दो लोगों तक जा पहुंची. टीचर के बारे में पूछताछ करने पर जो पता चला, उसे जानकार किसी के भी रौंगटे खड़े हो जाएं.
Trending Photos
Rohtak Crime News: झज्जर के मांडोठी गांव का रहने वाला जगदीप रोहतक की बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में योग टीचर था. 24 दिसंबर 2024 की सुबह वह ड्यूटी पर गया और शाम को घर पहुंचते ही लापता हो गया. 3 फरवरी को शिवाजी कॉलोनी थाने में जगदीप की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई. पुलिस ने तलाश शुरू की, लेकिन सुराग नहीं लगा. पुलिस ने तहकीकात जारी रखी और 3 महीने बाद पुलिस जगदीप तक जरूर पहुंची, लेकिन अब वह जिंदा नहीं था. पुलिस ने रोहतक से करीब 61 किलोमीटर दूर चरखी दादरी के पैंतावास गांव में सुनसान पड़े खेतों में 7 फीट खुदाई करवाकर उसका शव बरामद किया. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की तो मुर्दे के साथ वो सच भी बाहर निकल आया कि आखिर तीन महीने पहले टीचर की हत्या किसने और क्यों की.
दरअसल जगदीप की गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखे जाने के बाद शिवाजी कॉलोनी थाने की पुलिस छनबीन में जुटी थी. इस दौरान जब पुलिस ने जगदीप की कल डिटेल और गुमशुदगी के दिन मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया तो कुछ तस्वीर साफ हुई. एक-एक कड़ी जोड़कर पुलिस दो लोगों-हरदीप और धर्मपाल तक जा पहुंची. गिरफ्तार करने के बाद उन्हें अदालत में पेश कर पुलिस ने जब रिमांड लिया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ.
चरखी दादरी से शव बरामद
पूछताछ के दौरान पता चला कि जगदीप जिस घर में किराये पर रहता था, उसी घर में एक महिला के साथ उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था. जब इसकी भनक पति को लगी तो उसने साथियों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर लिया. पीटने के बाद टीचर को गाड़ी में डालकर पैंतावास गांव ले जाया गया.. जहां पर आरोपियों ने पहले से तैयार 7 फीट गहरे गड्ढे में जगदीप को जिंदा ही दफना दिया.
हाथ-पैर बांधने के बाद गड्ढे में डाला
जमीन में डालने से पहले आरोपियों ने उसके मुंह पर टेप लगा दिया था और हाथ पैर भी बांध दिए थे. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि जिस व्यक्ति ने गड्ढा खोदा उसे यह कहकर ऐसा करवाया गया कि यहां पर बोरवेल लगना है. CIA-1 प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि हरदीप और धर्मपाल नाम के साथ कुछ और लोग इस हत्याकांड में शामिल है. बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जगदीप का पीजीआई में बोर्ड बनाकर पोस्टमार्टम करवाया गया.
इनपुट: राज टाकिया