MP news: एमपी के भिंड जिले में होने वाली एक शादी का कार्ड जमकर वायरल हो रहा है. इस कार्ड को पूरी तरह से ऑर्गेनिक तरीकों से तैयार किया गया है. जो कोई भी इस कार्ड को देख रहा पहले तो हैरान रह जा रहा फिर उसके जुबान से एक ही बात निकल रही- "कार्ड तो गोबर जैसा महक रहा है!"
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Bhind Wedding Card: शादियों का सीजन चल रहा और ऐसे में इस समय हर किसी को घर पर शादी के निमंत्रण कार्ड मिल रहे होंगे. शादी के सीजन के बीच मध्य प्रदेश में होने वाली एक शादी का कार्ड चर्चा का विषय बना हुआ है. ये कार्ड जमकर वायरल हो रहा है, इसके पीछे की वजह जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. वैसे तो मार्केट में आजकल तरह-तरह के डिजाइनर कार्ड मिलते हैं लेकिन क्या आपने कभी गाय के गोबर और गाय के मूत्र से बना कार्ड देखा है? जिस किसी ने भी इस कार्ड को देखा पहले तो वो हैरान हुआ फिर मुंह से एक बात निकली, - "कार्ड तो गोबर जैसा महक रहा है. "
ऑर्गेनिक वायरल कार्ड
मध्य प्रदेश के चंबल क्षेत्र के भिंड जिले का एक शादी का कार्ड इस समय खूब वायरल हो रहा है, होना भी चाहिए क्योंकि शायद ही किसी ने ऐसा अनोखा कार्ड पहले कभी देखा या इसके बारे में सुना होगा. जिस किसी को भी ये कार्ड मिला पहले तो उसने इस कार्ड की खूब तारीफ करी है. यहां तक की लोग कार्ड को देखकर हैरान रह जा रहे हैं. कार्ड की अनोखी बात जो इसे वायरल कर रही वो ये कि, कार्ड गाय के मूत्र और गोबर से बना हुआ है.
लोगों ने कहा- कार्ड से गोबर की महक आ रही!
राजस्थान के जयपुर से छपवाए गए इस कार्ड को गाय के मूत्र और गोबर का मदद से तैयार किया गया है यानी ये कार्ड पूरी तरह से ऑर्गेनिक कार्ड है. ये कार्ड ना सिर्फ कागज के इस्तेमाल को कम कर रहा है साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा भी कर रहा है. पहले तो लोगों ने इस कार्ड से आ रही गोबर की महक को अजीब कहा लेकिन फिर पर्यावरण प्रेमी हरेकृष्ण शर्मा के कागज ना इस्तेमाल करने के फैसले को सराहा. आपको बता दें कि हरेकृष्ण शर्मा राजस्थान से ताल्लुक रखते हैं जिनकी शादी एमपी के भिंड जिले में होने वाली है.
यूनीक वेडिंग कार्ड
इस कार्ड को इसलिए वायरल किया जा रहा क्योंकि शायद ही कोई व्यक्ति अपनी शादी में पर्यावरण को लेकर ऐसा निर्णय लेता है. इस शादी के कार्ड की हर डिटेल उसे यूनीक बनाती है जैसे कार्ड पर लिखे ये स्लोगन- 'नशा मुक्त भारत, श्रेष्ठ भारत' और गावो विश्वस्य मातरः सर्वे हिंदू सोदरा:, धरती माता करे पुकार वृक्ष लगाकर करो सिंगार. ये वेडिंग कार्ड पूरी तरह से ऑर्गेनिक और हैंडमेड तरीके से बना है जो रीसाइकिल्ड इकोफ्रेंडली और बायोडिग्रेडेबल है.
दहेज में ये रही दूल्हे की डिमांड
हरेकृष्ण शर्मा ने जिसे भी ये कार्ड दिया उनसे निवेदन किया है कि इस पेपर के छोटे-छोटे टुकड़े करके गमले या अन्य मिट्टी वाले स्थान में पानी के साथ डालें. इसके साथ ही दूल्हा बनने जा रहे हरेकृष्ण ने लड़की वालों से दहेज के तौर पर 27 नक्षत्र के पौधे डिमांड किए हैं. आपको बता दें कि ये शादी एमपी के भिंड जिले में होने जा रही है जहां कई मेहमानों को निमंत्रण दिया गया है. इसी के साथ इस शादी में सिंगल यूज प्लास्टिक पर मनाही है और शादी में आने वाले सभी मेहमानों को उपहार के रूप में तुलसी, बेलपत्र, शमी आदि के पौधे भेंट किए जाएंगे.