MP Govt Teacher: सेल्फी नहीं...तो सैलरी नहीं! मध्य प्रदेश में सरकारी शिक्षकों की हाजिरी का बदला नियम
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2811219

MP Govt Teacher: सेल्फी नहीं...तो सैलरी नहीं! मध्य प्रदेश में सरकारी शिक्षकों की हाजिरी का बदला नियम

MP Teachers e Attendance System: मध्य प्रदेश में सरकारी टीचरों की हाजिरी के लिए नया नियम लागू होने जा रहा है. जिसके तहत स्कूल शिक्षा विभाग के टीचर ई-अटेंडेंस सिस्टम के तहत ही हाजिरी लगा सकेंगे, जो कि 1 जुलाई 2025 से लागू कर दिया जाएगा. आइए इस सिस्टम के बारे में जानते हैं. 

मध्य प्रदेश में सरकारी शिक्षकों की हाजिरी का बदला नियम (PC: Meta AI)
मध्य प्रदेश में सरकारी शिक्षकों की हाजिरी का बदला नियम (PC: Meta AI)

MP Govt school e-Attendance: मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब टीचर्स की अटेंडेंस को लेकर नई सुविधा लागू की गई है. इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने पूरी तरह से कमर कस ली है. इसके लिए विभाग की तरफ से एक नया पोर्टल लॉन्च किया गया है. दरअसल, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में टीचरों की मनमानी की खबरें आती थी, लेकिन अब उन पर विराम लग सकता है. अब सरकारी स्कूलों में गुरुजी गायब नहीं रह पाएंगे. इस सुविधा के तहत, स्कूल में जाकर बच्चों के साथ सेल्फी लेकर सिस्टम पर अपलोड करनी होगी, तभी उनकी हाजिरी भी लगेगी. इस नए पोर्टल पर शिक्षक विद्यालयों में पहुंचकर एक घटें के अंतराल में ऑनलाइन हाजिरी लगानी जरूरी होगी. यह नया नियम 1 जुलाई 2025 से लागू कर दिया जाएगा. 

मिली जानकारी के अनुसार, जब छुट्टी होगी, उसके आधा घंटा पहले या बाद में ई- अटेंडेस यानि बच्चों के साथ सेल्फी लेकर पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य रहेगा. अगर निर्धारित समय सीमा के बाद हाजिरी लगाएंगे तो आधे दिन का आकस्मिक अवकाश लगा दिया जाएगा. आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग के पोर्टल 3.0 पर 'हमारे शिक्षक ई गवर्नेस प्लेटफार्म' के तरत 23 से 30 जून के बीच इस सिस्टम का परीक्षण भी किया जाएगा. 

जहां नेट नहीं, वहां हो रहा ट्रायल 
इसके अलावा, प्रदेश के अंदर कई शहरों में इंटरनेट की समस्या है. जहां पर कई स्कूलों में इंटरनेट नहीं पहुंचा है, वहां पर स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से नई व्यवस्था का ट्रायल उन क्षेत्रों में शुरू किया जा रहा है. इन जगहों पर पूर्ण रूप से प्रयोग के बाद ही ऑनलाइन हाजिरी लगाने का काम शुरू किया जाएगा. इन जगहों पर यह देखा जा रहा है कि यहां पर इंटरनेट कितना काम कर रहा है. क्या तकनीकी समस्याएं आ रही हैं. इन समस्या का समाधान करने के लिए डिपार्टमेंट टेक्नीकल एक्सपर्ट की मदद ले रहा है.

शिक्षकों का हर रिकॉर्ड रहेगा दर्ज
इस पूरी नई व्यवस्था को लेकर लोक शिक्षण विभाग की आयुक्त शिल्पा गुप्ता से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश के अंदर 1 जुलाई से टीचर्स की अटेंडेंस ऑनलाइन दर्ज की जाएगी. इस नई व्यवस्था में सेवकों के स्वत्वों संबंधित आवेदन प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रस्तुत करने की सुविधा भी होगी. अवकाश स्वीकृति, लेखों का संधारण, क्रमोन्नति, समयमान वेतनमान का लाभ, वेतन वृद्धि लाभ, परिवीक्षा अवधि और शिक्षकों के प्रशिक्षण उपस्थिति और पेंशन स्वत्व भुगतान संबंधी पूरा रिकॉर्ड इसी में रहेगा. 

अटेंडेंस शिक्षा मित्र ऐप हुआ फेल
आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग की ने 2017, 2020 और 2022 में ऑनलाइन अटेंडेंस शिक्षा मित्र ऐप के माध्यम से शुरू की थी. लेकिन उस समय शिक्षकों ने इसको लेकर विरोध भी किया था. कभी स्मार्ट फोन तो कभी नेटवर्क में प्रॉब्लम के बहाने चलते रहे, जिसके कारण यह प्रक्रिया पूरी तरह से लागू नहीं हो पाई थी. लेकिन अब ई-अटेंडेंस प्रणाली के माध्यम से उन शिक्षकों पर नजर रखी जा सकेगी, जो स्कूल नहीं आते थे, या फिर किसी और को भेज देते थे. इस सिस्टम की सबसे खास बात यह है कि शिक्षकों के अध्यापकों की निगरानी जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी भी कर सकेंगे. 

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी . मध्य प्रदेश  की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

TAGS

Trending news

;