Jatashankar Dham in Chhatarpur: मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में आज दिनभर तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है. बारिश एमपी के पर्यटन स्थलों की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है. बुंदेलखंड के केदारनाथ कहे जाने वाले जटाशंकर धाम में भी सोमवार सुबह से ही तेज बारिश हो रही है. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में आने वाला यह स्थान एमपी का बड़ा पर्यटन स्थल बन गया है. जहां बारिश का पानी बिल्कुल भगवान भोलेनाथ के पास से गुजर रहा है, यह नजारा देखते ही बन रहा है.
बुंदेलखंड के केदारनाथ कहे जाने वाले छतरपुर के जटाशंकर धाम में प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर पहुंच गई है, झमाझम बारिश से पहाड़ियों से बहता पानी सीधे भोलेनाथ की प्रतिमा से होकर गुजर रहा है. जिससे एक अद्भुत व मनमोहक दृश्य बन गया है. प्रकृति की गोद में बसा यह धाम श्रद्धालुओं के लिए आस्था और आकर्षण दोनों का केंद्र बना हुआ है.
छतरपुर जिले में भी सोमवार सुबह से ही तेज बारिश का दौर जारी है, यहां लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. जबकि जटाशंकर धाम में भी भक्त बारिश के पानी से स्नान कर रहे हैं, यहां बड़ी संख्या में भक्त आ रहे हैं.
भारी बारिश के चलते झरने की रफ्तार काफी तेज हो गई है, जिससे पूरे मंदिर में पानी भर गया है. लोगों को दर्शन करने में कोई समस्याएं नहीं हो रही हैं, लेकिन तेज बारिश की वजह से पानी मंदिर परिसर में भरा हुआ है.
छतरपुर जिले में तेज बारिश की वजह पहाड़ों पर भी पानी की रफ्तार तेज हो गई है, जटाशंकर धाम में पहाड़ों पर से तेज बारिश का पानी आ रहा है, जिससे झरना तेजी से नीचे की तरफ गिर रहा है, जिससे यहां का नजारा और खबसूरत लग रहा है. हालांकि लोगों को नजदीक जाने की बिल्कुल सलाह नहीं दी गई है.
जटाशंकर धाम की खूबसूरती बारिश में बहुत सुंदर दिखने लगती है, वहीं भगवान भोलेनाथ के इस स्थान को बुंदेलखंड का केदारनाथ धाम भी कहा जाता है. यहां भगवान शिव का प्रतिष्ठित शिवलिंग है, जिसमें गौमुख से सतत प्रवाहित जल से जलाभिषेक होता रहता है.
जटाशंकर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल माना जाता है, जो छतरपुर जिले की बिजावर तहसील से करीब 15 किलोमीटर दूर पहाड़ों में बना हुआ है, यह स्थान चारों तरफ पहाड़ों से घिरा हुआ है, जहां सालभर पर्यटकों की भीड़ लगती है, मानसून में यहां की सुंदरता चरम पर होती है.
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