Churu News: सिर्फ खून का रिश्ता होना जरूरी नहीं होता, कुछ रिश्ते दिल के भी हुआ करते हैं. खून के रिश्ते से बड़ा प्रेम का रिश्ता होता हैं. ऐसा ही देखने को मिला है सरदार शहर में.
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Churu News: सिर्फ खून का रिश्ता होना जरूरी नहीं होता, कुछ रिश्ते दिल के भी हुआ करते हैं. खून के रिश्ते से बड़ा प्रेम का रिश्ता होता हैं. ऐसा ही देखने को मिला है सरदार शहर में. यहां तीन बहनों में सबसे बड़ी लक्ष्मी के सिर से जब बचपन में पिता का साया उठ गया था. तब लक्ष्मी ने सोचा भी नहीं होगा कि इतनी धूम धाम से उसकी शादी होगी.
लेकिन 21 मार्च को लक्ष्मी की शादी धूम धाम से सम्पन्न हो गई। ओर यह सब हुआ हैं. कोमल बाई किन्नर और मोनिका बाई किन्नर की वजह से. कोमल बाई किन्नर लक्ष्मी के जीवन में फरिश्ता बन कर आई, जिस खुशी ओर उत्साह के साथ एक पिता अपनी बेटी की शादी करता है उतना ही उत्साह और रीतिरिवाज के साथ लक्ष्मी की शादी की.
हर पिता चाहता है कि शादी में कोई कमी ना रह जाए इसलिए अपनी हैसियत से ज्यादा खर्च करता हैं. ऐसा ही कोमल बाई किन्नर और मोनिका बाई किन्नर करती हुई दिखाई दी. दरअसल कोमल बाई ने लक्ष्मी को अपनी धर्म की बेटी बना रखा है, ऐसे में जब शादी का मौका आया तो कोमल बाई ने एक-एक चीज लक्ष्मी की पसंद की खरीदी, शादी में कोई कमी ना रह जाए इस लिए दिल खोल कर शादी में खर्च किया.
धर्म की बेटी लक्ष्मी कहती हैं जिस प्रकार भगवान कृष्ण की दो मां थी उसी प्रकार मेरी भी दो दो मां हैं. भगवान कृष्ण को जन्म देवकी माता ने दिया लेकिन उनका लालन पालन मां यशोदा ने किया. इस प्रकार मेरा जन्म एक मां से हुआ लेकिन दूसरी मां मुझे कोमल बाई के रूप में मिली, जिनसे मेरा खून का रिश्ता तो नहीं हैं लेकिन खून से भी बढ़कर दिल का रिश्ता हैं, प्रेम का रिश्ता है जो कि हर रिश्ते से बड़ा हैं.
लक्ष्मी की उम्र वर्तमान में 22 साल है. लक्ष्मी अपनी तीन बहनों में सबसे बड़ी है और लक्ष्मी के भाई नहीं है. लक्ष्मी के सर से जब पिता का साया हटा तो लक्ष्मी की मां सुनीता तीनों बेटियों को लेकर अपने पीहर यानी लक्ष्मी के ननिहाल में अलग मकान बनाकर रहने लगी. लक्ष्मी की मां ने लक्ष्मी को 12वीं कक्षा तक पढ़ाई करवाई. लक्ष्मी की दो छोटी बहनें अभी भी पढ़ रही है.
सरदारशहर के जीतू कॉलोनी में रहने वाली सुनीता देवी की मुलाकात जब भीकमसिंह कॉलोनी में रहने वाली कोमल बाई किन्नर से हुई और थोड़े दिनों में सुनीता देवी की सबसे बड़ी बेटी लक्ष्मी को कोमल बाई ने अपनी धर्म की बेटी मान लिया. बात जब लक्ष्मी की शादी की आई तो कोमल बाई ने अपना बड़ा दिल दिखाते हुए बड़े धूमधाम के साथ लक्ष्मी की शादी की है. वह हर रस्म निभाई जो एक बेटी की मां निभाती है. यहां पिता भी किन्नर कोमलबाई और मोनिका बाई थी और माँ भी कोमलबाई और मोनिका बाई थी.
धर्म की बेटी लक्ष्मी की शादी में किया 10 लाख रुपए से भी खर्च
धर्म की बेटी लक्ष्मी की शादी में किन्नर कोमल बाई और मोनिका बाई ने शादी में वह सब दान दहेज दिया जो एक मां-बाप का अपनी बेटी की शादी मैं देने के अरमान होते हैं. एक बेटी अपने मां-बाप से चाहती है. इस शादी में सोने चांदी के जेवरात, बर्तन, फर्नीचर, सभी घरेलू सामान और वह सभी वस्त्र जो एक शादी में लेनदेन में दिए जाते हैं.
धर्म की बेटी की घोड़ी पर बैठाकर निकाल बिंदोरी
किन्नर कोमल बाई और मोनिका बाई ने अपनी धर्म की बेटी लक्ष्मी को बेटे से काम नहीं मानते हुए उसकी घोड़ी पर बैठाकर बिंदोरी निकाली. इस दौरान बिंदोरी में शामिल हुए लोग जमकर डीजे पर नृत्य करते हुए दिखाई दिए. सभी ने इस पहल की भरपूर सराहना की.
गंगानगर जिले का अनिल जब दूल्हा बनकर लक्ष्मी से शादी करने के लिए सरदारशहर पहुंचा तो भीकमसिह में किन्नर कोमल बाई के घर पर वह सभी रस्मे मां बनकर कोमलबाई और मोनिका बाई ने निभाई जो एक मां निभाती है. धर्म की बेटी लक्ष्मी ने शायद कभी नहीं सोचा होगा कि उसकी शादी इतनी धूमधाम के साथ होगी. शादी में अच्छा टेंट लगाया गया, अच्छा डेकोरेट किया गया और शादी में आए मेहमानों के लिए स्वादिष्ट पकवान बनाए गए.
किन्नर कोमल बाई और मोनिका बाई ने बताया कि जब हम किसी के खुशी के मौके पर बधाई लेने जाते हैं और जो हमे उपहार स्वरूप मिलता है. उसी को हमने हमारे धर्म की बेटी लक्ष्मी की शादी में लगाया है. हमने वह सब इस शादी में करने की कोशिश की है जो एक मां-बाप अपनी बेटी की शादी में करते हैं.
धर्म की बेटी की इस शादी में शामिल हुए शहर वासियों ने कहा कि हमें किन्नर समाज का दूसरा रूप देखने को मिला है. हमें लगता था कि किन्नर समाज सिर्फ लेना जानते हैं, लेकिन इस शादी में किन्नर समाज का एक मानवीय चेहरा सामने आया है, अब हमें लग रहा है कि किन्नर समाज सिर्फ लेते ही नहीं है. धर्म के काम में बढ़ चढ़कर देना भी जानते हैं.