किरोड़ी मीणा मंत्री हैं या नहीं किसी को नहीं पता, क्या मजबूरी है पता नहीं - सचिन पायलट
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किरोड़ी मीणा मंत्री हैं या नहीं किसी को नहीं पता, क्या मजबूरी है पता नहीं - सचिन पायलट

Rajasthan News : राजस्थान में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) के मुताबिक डॉ किरोड़ी लाल मीणा मंत्री है या नहीं ये किसी को नहीं पता, न तो किरोड़ी को रखा जा रहा है और ना ही उन्हे हटाया जा सकता है. लेकिन वो मंत्री हैं जानें क्या मजबूरी है, क्या असमंजस है ?

 

Rajasthan News Sachin Pilot said no one knows whether Kirori Lal Meena is a minister or not
Rajasthan News Sachin Pilot said no one knows whether Kirori Lal Meena is a minister or not

Rajasthan News : राजस्थान में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) के मुताबिक डॉ किरोड़ी लाल मीणा मंत्री है या नहीं ये किसी को नहीं पता, न तो किरोड़ी को रखा जा रहा है और ना ही उन्हे हटाया जा सकता है. लेकिन वो मंत्री हैं जानें क्या मजबूरी है, क्या असमंजस है ?

सचिन पायलट ने कहा की अगर किसी व्यक्ति को शपथ दिलाई गयी है तो या तो उनसे काम करा लो या फिर फ्री कर दो. इतने सारे पुराने नेता है, नए को पचा नहीं पा रहे हैं. भजनलाल सरकार में आपस में ही खिचांव है कि बड़ा कन्फ्यूजन प्रदेश में फैल रहा है.

विधानसभा में इंदिरा गांधी पर टिप्पणी पर सचिन पायलट ने कहा कि स्वर्गीय इंदिरा गांधी को लेकर जो बात बोली गयी है, वो अशोभनीय थी. ऐसी शख्सियत जिसने देश के लिए शहादत दी थी उनके बारे में टिप्पणी करना बड़ा गलत था. मुझे लगता है कि हर किसी को अपने शब्दों को सोच समझकर उपयोग करना चाहिए. 

पायलट ने कहा कि किसी के प्रति मान सम्मान प्रकट नहीं कर सकते तो छोटी और ओछी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में सत्ता के कई केंद्र बन गये हैं. जिसका गवर्नेंस और प्रशासन पर प्रभाव पड़ता है. तो इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है.
सचिन पायलट ने कहा कि हमारे सबी विधायक एकजुटता से जनता के मुद्दों को रख रहे हैं. सदन में हम मजबूती से बात को रखते है. कांग्रेस की ताकत यही है कि हम एक मास बेस पार्टी है और सबको साथ लेकर चलते हैं. जिसका फायदा हमे 4 साल बाद मिलेगा. 

बिजयनगर रेप ब्लैकमेल कांड पर पायलट ने कहा कि राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर नहीं है. महिला उत्पीड़न जैसे घिनौने अपराध बढ़ रहे हैं. सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. पुलिस के ऊपर प्रभावशाली तरीके से सरकार का नियंत्रण होना चाहिए जिसमें कमी दिखती है.

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