Jalore News: जालौर: जालौर में पुलिसकर्मियों की दबंगई और गुंडागर्दी का वीडियो आया सामने...करड़ा पुलिस थाने के कांस्टेबलों पर दुकानदार से मारपीट का आरोप, घटना का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में हुआ कैद, सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल, जी मीडिया वायरल वीडियो कि नहीं करता पुष्टि पीड़ित ने घटना के बाद दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की की मांग, न्याय नही मिलने पर आत्महत्या की दी चेतावनी., जालौर जिले के करड़ा थाना क्षेत्र के अरूणाय गांव का है मामला
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Jalore News: जालौर जिले के सांचौर तहसील के करड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के अरणाय गांव में पुलिसकर्मियों द्वारा एक दुकानदार के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है, इतना ही नहीं पुलिस कर्मियों की दादागिरी और गुंडागर्दी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसका दुकानदार के साथ मारपीट और हाथापाई करने का आरोप है घटना का वीडियो भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और अब सोशल मीडिया पर पुलिस कर्मियों की दबंगई का वीडियो जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि करड़ा थाने के दो कांस्टेबल --
खेमाराम और चुनाराम—मिठाई की दुकान चलाने वाले भगवानसिंह राजपुरोहित के साथ न केवल मारपीट कर रहे हैं, बल्कि उसे घसीट कर जबरन पुलिस की गाड़ी में डाल रहे हैं. भगवानसिंह ने इस पूरी घटना की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग फेसबुक पर साझा की, जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया, बता दें कि वायरल वीडियो 25 मार्च का बताया जा रहा है.
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी दुकान में घुसकर उसके साथ हाथापाई कर रहे हैं और फिर उसे घसीटकर वाहन में डालते हैं. आरोप है कि दुकानदार की मिठाई की दुकान 10 बजे तक खुली थी इसके लिए उसे मारपीट की गई यहां तक की दुकानदार का आरोप है कि धमकाते हुए उससे हफ्ता वसूली का भी आरोप है.
भगवानसिंह ने इस घटना को लेकर राजपुरोहित महासभा के प्रदेश महामंत्री से संपर्क किया, जिन्होंने मामले की निंदा करते हुए जालोर SP से दोषी पुलिसकर्मियों पर त्वरित कार्रवाई की मांग की है, उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने समय पर उचित कदम नहीं उठाया, तो यह मामला मुख्यमंत्री तक ले जाया जाएगा.
पीड़ित के अनुसार, उसकी दुकान में एक महीने तक की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग सुरक्षित रहती है, जिससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि घटना में कौन दोषी है, उसने इस मामले में करड़ा थाना थानाधिकारी से भी बात की, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, बल्कि उल्टा धमकी दी गई.वीडियो वायरल होने के बाद अब यह मामला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है, सोशल मीडिया पर लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
पूरे इस मामले को लेकर पीड़ित दुकानदार ने बताया कि मैं बाड़मेर का रहने वाला हूं और अरना गांव में मिठाई की दुकान चलाता हूं. मेरे परिवार में मेरी पत्नी, छह बेटियां और एक बेटा है. मैं अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए यहां आया हूं, लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मी मुझसे जबरन हफ्ता वसूलने की कोशिश कर रहे हैं. हर रात पुलिसकर्मी मेरी दुकान पर आते हैं और कहते हैं कि अगर 10 बजे के बाद दुकान खुली रही, तो मुझे हफ्ता देना होगा. जब मैंने मना किया और बताया कि मैं मजदूर आदमी हूं, हफ्ता देने की स्थिति में नहीं हूं, तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी.
मैंने उनसे बहुत विनती की, मेरी स्थिति समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मेरी एक भी नहीं सुनी. मेरी पत्नी भी रोती रही, लेकिन उन्होंने उसकी भी परवाह नहीं की. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने मुझे जबरन पकड़ लिया और मारते-पीटते करड़ा थाने ले गए. वहां पूरी रात मेरी पिटाई की गई, जिससे मेरा नाक से खून बहने लगा और मेरी तबीयत बिगड़ गई. जब मेरी हालत ज्यादा खराब हो गई, तो आनन-फानन में मुझे अस्पताल ले जाया गया.मेरी दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों में यह सब रिकॉर्ड हुआ है, मेरे पास सबूत भी हैं. मैं प्रशासन से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि मुझे न्याय दिलाया जाए और
दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी और गरीब मजदूर के साथ ऐसा अन्याय न हो. अगर मुझे न्याय नहीं मिला, तो मैं धरना दूंगा और न्याय की गुहार लगाऊंगा. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार दोषी पुलिसकर्मियों पर कब करवाई होगी वीडियो वायरल होने के बाद अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं