Karauli News: कैलादेवी में कैलामाता का चैत्र नवरात्रि लक्खी मेला शुरू हो गया. लांगुरिया गीत और माता के जयकारे गूंज रहे हैं. इससे आस्थाधाम में मेले की रौनक छाने लगी है. भोग-प्रसाद की दुकानों के अलावा खिलौने, सिंदूर, चूड़ी सहित अन्य दुकानें सज गई हैं.
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Karauli News: कैलादेवी में कैलामाता का चैत्र नवरात्रि लक्खी मेला शुरू हो गया. आस्थाधाम में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. श्रद्धालु अपने निजी वाहनों के साथ बड़ी संख्या में पदयात्रा करते हुए माता के दरबार पहुंच रहे हैं, जिससे करौली-हिंडौन, करौली-कैला देवी मार्ग पर श्रद्धालुओं का तांता लगा है. लांगुरिया गीत और माता के जयकारे गूंज रहे हैं. इससे आस्थाधाम में मेले की रौनक छाने लगी है.
कस्बे में सैकड़ों भोग-प्रसाद की दुकानों के अलावा खिलौने, सिंदूर, चूड़ी सहित अन्य दुकानें सज गई हैं. वहीं, कस्बे की 500 से अधिक होटल-धर्मशालाएं भी श्रद्धालुओं से भरी है.
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करीब 20 दिन तक चलने वाले कैला देवी मेले में 40 से 50 लाख श्रद्धालु शिरकत करते हैं. मेले में श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज द्वारा 50 से अधिक डिपो से 350 बसें लगाई गई है. मेले में 1000 से अधिक पुलिसकर्मी और 20 पुलिस अधिकारियों को शांति और सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किया है.
मेले में राजस्थान सहित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली सहित देश के विभिन्न स्थानों से श्रद्धालु माता की जात करने आते हैं. मेला शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में पद यात्रियों का पहुंचना शुरू हो गया. पद यात्रियों का पहुंचना घट स्थापना तक जारी रहेगा.
इस बार घट स्थापना 30 मार्च को और अष्टमी पूजन 5 अप्रैल को होगा. इसके बाद वाहनों से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी. मेले में यात्रियों की सुविधाओं के लिए पुलिस-प्रशासन, ग्राम पंचायत और कैला देवी मंदिर ट्रस्ट द्वारा व्यवस्थाएं की गई है. चैत्र लक्खी मेले को लेकर कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी वृहद स्तर पर तैयारियां की हैं.
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मंदिर ट्रस्ट कार्यकारी अधिकारी किशनपाल जादौन, मुख्य प्रबंधक विवेक द्विवेदी, प्रबंधक प्रशासन चन्द्रकांत कुड़तकर, मेला अधिकारी संतोष सिंह एडवोकेट ने बताया कि चैत्र लक्खी मेले में कैलामाता के दर्शनों का समय प्रात: 4 बजे से रात्रि 9 बजे तक निरंतर रहेगा. यदि भीड़ अधिक होगी तो दर्शन समय रात्रि 10 बजे तक बढ़ाए जाएंगे. दर्शनार्थियों को सुगमता से दर्शन करने के लिए सुविधायुक्त रेलिंग की व्यवस्था के साथ मंदिर परिसर और समस्त मेला क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट ने की है.
मंदिर परिसर सहित मेला क्षेत्र में निर्धारित जोन एवं घाटों पर मंदिर ट्रस्ट पर्याप्त मात्रा में सफाई कार्मिक लगाए गए हैं. वहीं, कालीसिल घाट, भट्टा तिराहा, मंदिर परिसर आदि स्थानों पर चल शौचालय स्थापित किए गए हैं. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मंदिर ट्रस्ट की ओर से 350 सुरक्षाकर्मी, अस्थायी गार्ड और संपूर्ण मेला क्षेत्र में 305 सीसीटीवी कैमरों से व्यवस्थाओं एवं असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.
मेला परिसर में उन्होंने बताया कि रोशनी की भी सुमचित व्यवस्था करने के साथ मंदिर परिसर में अग्निशमन यंत्रों की व्यवस्था है. साथ ही कालीसिल नदी के घाटों पर गोताखोरों की व्यवस्था है. यात्रियों की सुविधा के लिए जगह-जगह सूचना बोर्ड, संकेत चिन्ह, आवश्यक टेलीफोन नम्बरों की सूची के बोर्ड लगाए गए हैं.
मेले के दौरान पूछताछ के लिए मंदिर परिसर एवं बड़ी धर्मशाला में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की ओर से पदयात्रियों के लिए राजौर बाग एवं कल्याणी में चिकित्सा सुविधा, पैर दबाने की मशीन, जल सेवा, भोजन-नाश्ता की व्यवस्था की गई है. माता के दर्शनों के लिए रैलिंग में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को शीतलता प्रदान करने के लिए फोगिंग की व्यवस्था है.
इसके लिए पाइप लाइन से केवड़ा मिश्रित गंगाजल दर्शनार्थियों पर फुहारों के रूप में छिड़का जा रहा है, जिससे कई किलोमीटर की यात्रा करके पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को शीतलता मिलने के साथ परिसर केवड़े की सुगंध से महकेगा. इसके साथ ही रैलिंगों में कूलर-पंखा की व्यवस्था होगी और दर्शनार्थियों को पानी की बोतल भी दी जा रही है.
कैला देवी मंदिर प्रबंधन द्वारा इस बार एक नवाचार करते हुए केला देवी मंदिर को पॉलिथीन मुक्त रखने के उद्देश्य थे कार्य किया गया है. जहां मंदिर ट्रस्ट की समस्त भोग की दुकानों पर प्रसाद कागज की थैलियों में मिलेगा. वहीं, मंदिर परिसर में पॉलिथीन के प्रवेश पर बैन रहेगा.