Kotputli News: शहीद की बेटी की शादी में जब फौजी भाइयों ने बेटी को दिया पिता का आशीर्वाद, गांव हुआ भावुक
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2672723

Kotputli News: शहीद की बेटी की शादी में जब फौजी भाइयों ने बेटी को दिया पिता का आशीर्वाद, गांव हुआ भावुक

Kotputli News: बहरोड़ के कुतिना गांव में शहीद कंवरपाल सिंह चौहान की बेटी की शादी में उनकी बटालियन के 10 जवान पहुंचे. पिता की भूमिका निभाते हुए सभी रस्में अदा कीं और भावुक होकर बेटी को विदा किया. गांववालों ने सेना के इस समर्पण और भाईचारे की सराहना की.

Kotputli News
Kotputli News

Rajasthan News: राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले के कुतिना गांव में समाज को प्रेरित करने वाला एक अनोखा मामला सामने आया, जिसने सभी के दिलों को छू लिया. आमतौर पर लोग दुख की घड़ी में अपनों का साथ छोड़ देते हैं, लेकिन यहां सेना के जवानों ने अपने शहीद साथी से किया वादा निभाकर मिसाल पेश की. शहीद कंवरपाल सिंह चौहान की बेटी बबली कंवर की शादी में उनकी यूनिट के वीर सैनिक पहुंचे और एक पिता की तरह सभी रस्में निभाईं. यह दृश्य देखकर गांववाले भावुक हो गए और भारतीय सेना के इस कदम की दिल खोलकर सराहना की.

शहीद के साथियों ने निभाया पिता का फर्ज
नीमराना के कुतिना गांव में अमर शहीद कंवरपाल सिंह चौहान की पुत्री बबली कंवर के विवाह का आयोजन किया गया. इस शुभ अवसर पर उनके साथी सैनिकों ने पिता की भूमिका निभाते हुए बेटी को न सिर्फ आशीर्वाद दिया बल्कि शादी की सभी पारंपरिक रस्मों को भी निभाया. सेना की 4 ग्रेनेडियर राष्ट्रीय राइफल यूनिट से सात वीर सैनिक और 39 राष्ट्रीय राइफल से तीन जवान शादी में शामिल हुए.

सैनिकों ने अपने शहीद साथी से किए गए वादे को निभाने के लिए लंबी दूरी तय की और पूरी श्रद्धा के साथ विवाह समारोह में शामिल हुए. जब शहीद के इन साथियों ने पिता की भूमिका निभाते हुए बेटी को स्नेह और आशीर्वाद देकर विदा किया, तो पूरे गांव की आंखें नम हो गईं. यह भावुक क्षण न केवल सैनिकों के अटूट भाईचारे को दर्शाता है बल्कि यह भी साबित करता है कि भारतीय सेना न केवल देश की रक्षा करती है, बल्कि मानवीय और पारिवारिक मूल्यों को भी संजोकर रखती है.

गांववालों ने की सेना के जज्बे की सराहना
शादी में शामिल हुए ग्रामीणों ने सेना के इस कदम को समाज के लिए प्रेरणादायक बताया. गांव के सरपंच रविंद्र सिंह चौहान, देवेन्द्र सिंह चौहान, कौशल सिंह चौहान, बीजीएम के एमडी मनीष सिंह चौहान और पवन बाबा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सैनिकों का आभार व्यक्त किया और इसे एक सराहनीय पहल बताया. भारतीय सेना का यह कर्तव्यनिष्ठ और संवेदनशील स्वरूप समाज के लिए एक बड़ी सीख है कि सच्चे रिश्ते केवल खून के नहीं होते, बल्कि भावनाओं और कर्तव्यनिष्ठा से भी निभाए जाते हैं.

ये भी पढ़ें- Aurangzeb Controversy: इतिहास या राजनीति? अकबर-औरंगजेब पर गरमाई सियासत

राजस्थान की ताज़ा ख़बरों के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Rajasthan News और पाएं Latest Rajasthan News हर पल की जानकारी. राजस्थान की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

TAGS

;