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Aligarh Palwal Expressway: अलीगढ़ से लेकर पलवल तक...यूपी को जोड़ेगा ये एक्‍सप्रेसवे, नोएडा-मथुरा समेत इन गांवों की लगेगी लॉटरी

अलीगढ़-पलवल एक्सप्रेसवे से यूपी के 3 राज्य जुड़ेंगे. ये रोड कनेक्टिविटी मजबूत बनाने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनेगा. जिसका फायदा नोएडा और गुरुग्राम के लोगों को भी मिलेगा. जानिए

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Aligarh Palwal Expressway: उत्तर प्रदेश और हरियाणा का सफर आसान होने वाला है. यहां रोड कनेक्टिविटी मजबूत बनाने के लिए अब एक नया एक्सप्रेसवे बनेगा. रोड कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने के लिए इस एक्सप्रेसवे को बनाने का फैसला लिया गया है.

सीधी कनेक्टिविटी

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सीधी कनेक्टिविटी

नोएडा और गुरुग्राम को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी. इस नए एक्सप्रेसवे की लंबाई करीब 32 KM की होने वाली है. इसके निर्माण पर 2300 करोड़ रुपए तक खर्च होने वाले हैं. एक्सप्रेसवे बनाने के लिए अलीगढ़ के करीब 43 गांवों से जमीन ली जाएगी.

इन गांवों की ली जाएगी जमीन

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इन गांवों की ली जाएगी जमीन

जिन गांवों की जमीन ली जाएगी, उनमें अंडला, अर्राना, जरारा, चौधाना, तरौरा, नयावास, रसूलपुर, ऐंचना, उदयगढ़ी, बमौती, लक्ष्मणगढ़ी, मऊ, बांकनेर, धर्मपुर, नगला अस्सू, दमुआका, खैर, उसरहपुर रसूलपुर, नागल कलां और कई अन्य गांव शामिल हैं.

कहां तक होगा निर्माण?

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कहां तक होगा निर्माण?

इस एक्सप्रेसवे का निर्माण अलीगढ़ से पलवल के बीच होगा, जो यह टप्पल में यमुना एक्सप्रेसवे और पलवल में ईस्टर्न फेरिफेरल के इंटरचेंज से जुड़ा होगा. हालांकि, अब तक ये नहीं बताया है कि एक्सप्रेसवे का निर्माण कब से शुरू किया जाएगा.

किसे होगा फायदा?

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किसे होगा फायदा?

32 KM लंबे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद सबसे बड़ा फायदा अलीगढ़, मेरठ, नोएडा, और गाजियाबाद के लोगों का होगा. ये सभी ऐसे शहर हैं, जहां लोगों को जनसंख्या काफी है.

जाम से मिलेगा निजात

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जाम से मिलेगा निजात

यहां आए दिन लोगों को सड़कों पर भारी ट्रैफिक और जाम का सामना करना पड़ता है, ऐसे में एक्सप्रेसवे बनने के बाद काफी हद तक लोगों को फायदा मिलेगा. नोएडा -गुरुग्राम दोनों ऐसी लोकेशन है, जहां लोग नौकरी करने भी आते और घूमने भी आते हैं.

किसे मिली जिम्मेदारी?

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किसे मिली जिम्मेदारी?

जानकारी के मुताबिक हरियाणा की सीडीएस इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) इस हाईवे की 46 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण करेगा. अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहा से निर्माण का काम शुरू होगा.

कहां बनेगा बाइपास?

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कहां बनेगा बाइपास?

इस एक्‍सप्रेसवे के लिए खैर और जट्टारी के बीच 33 किलोमीटर लंबा बाइपास बनेगा. खैर से अंडला तक 10 किलोमीटर और जट्टारी के आगे 3 किलोमीटर की नई सड़क भी बनाई जाएगी. राजपुर गांव (खैर) में एक टोल प्लाजा भी तैयार किया जाएगा.

ट्रैफिक का दबाव

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ट्रैफिक का दबाव

अलीगढ-पलवल एक्सप्रेसवे के बनने से नोएडा से गुरुग्राम और दिल्ली से आगरा जाने में कम समय लगेगा और नोएडा और गुरुग्राम जैसे शहरों में ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा.

यातायात होगा बेहतर

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यातायात होगा बेहतर

यह एक्सप्रेसवे सिर्फ यातायात को ही बेहतर नहीं बनाएगा, बल्कि व्यापार और निवेश को भी नई दिशा देगा. औद्योगिक क्षेत्रों, व्यापारियों और लॉजिस्टिक्स कंपनियों को शानदार कनेक्टिविटी मिलेगी जिससे उनका कामकाज सुगम होगा.

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