मौसम विभाग के मुताबिक, 14 और 15 अगस्त को अधिकांश जिलों में मौसम खराब रहने का अनुमान है. ऐसे में नदी और नालों का जल स्तर बढ़ने का खतरा है. साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन होने का अनुमान जताया गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा गया है.
IMD के मुताबिक, 16 अगस्त को भी देहरादून, टिहरी, पौड़, नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए कल यानी गुरुवार 14 अगस्त को जनपद पिथौरागढ़ और चंपावत में कक्षा 1 से 12 तक के समस्त स्कूलों के साथ साथ सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में एक दिन का अवकाश घोषित किया गया है.
उत्तरकाशी में भी सभी कक्षा 1 से 12 तक के सरकारी, गैर सरकारी सहित आंगनवाड़ी केंद्रों में जिलाधिकारी ने अवकाश घोषित किया है. शुक्रवार 15 अगस्त को बागेश्वर, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में बारिश का 'आरेंज अलर्ट' जारी किया गया है.
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने बारिश की संभावना को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर 14 अगस्त तक केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी है. चमोली जिला प्रशासन ने भी बारिश के अलर्ट के मद्देनजर 14 अगस्त तक हेमकुंड साहिब और बदरीनाथ की यात्रा स्थगित कर दी है.
बारिश के चलते पर्वतीय जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा है. इससे निचले इलाकों में जल भराव की समस्या हो सकती है. प्रदेश में लगातार बारिश होने और मलबा आने के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 151 सड़के बंद हैं.