इस नई सड़क की लंबाई ढाई किमी है. अथॉरिटी इस पर करीब 10 करोड़ रुपये खर्च करेगी. जमीन के विवाद के चलते यह सड़क नहीं बन पा रही थी. प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार की पहल पर किसानों से वार्ता कर जमीन विवाद को खत्म कर लिया गया है.
यह सड़क 80 मीटर चौड़ी होगी और इसकी लंबाई 2200 मीटर होगी. यह सड़क सेक्टर-3 के पास 60 मीटर रोड को नॉलेज पार्क-5 के पास 130 मीटर रोड से जोड़ेगी. इसके बनने से दोनों सड़कों पर जाम की स्थिति से निजात मिल सकेगी.
इस रोड के बन जाने से ग्रेटर नोएडा से एनएच-9 पर आना-जाना बेहद आसान हो जाएगा. वे गौड़ गोलचक्कर पर आए बिना ही सीधे क्रॉसिंग रिपब्लिक के रास्ते से होते हुए एनएच-9 पर जा सकेंगे. वहीं उस साइड से आने वाले लोग भी बिना गौड़ गोलचक्कर के जाम में फंसे ग्रेटर नोएडा जा सकेंगे.
इसके चलते इस गोलचक्कर पर भी ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा. वहीं सूरजपुर से होते हुए ग्रेटर नोएडा जाने वाले रास्ते पर भी इस रोड के बनने के काफी कम ट्रैफिक हो जाएगा.
एसीईओ प्रेरणा सिंह के अनुसार, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ने वाली 60 मीटर रोड पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा रहता है. नई सड़क बनने से यह दबाव कम होगा. इसके साथ ही यात्रियों का समय और ईंधन भी बचेगा.
प्राधिकरण का लक्ष्य है कि मानसून की शुरुआत से पहले इस सड़क का निर्माण पूरा कर लिया जाए.इस रोड के बन जाने से ग्रेटर नोएडा व ग्रेनो वेस्ट के बीच सफर करने वालों को बड़ी राहत मिल जाएगी.
शाहबेरी और क्रॉसिंग रिपब्लिक की ओर आने-जाने वाला ट्रैफिक यहां से निकल सकेगा. ग्रेटर नोएडा वेस्ट, नोएडा और गाजियाबाद को कनेक्ट करने वाली ये दोनों सड़कें यातायात के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ग्रेनो वेस्ट में ट्रैफिक की समस्या को हल करने के लिए कई कदम उठा रहा है. इसमें अंडरपास का निर्माण, यूटर्न की व्यवस्था और मौजूदा सड़कों का चौड़ीकरण शामिल है.
ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ने वाली 60 मीटर रोड पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा रहता है. इसे कम करने के लिए सेक्टर-3 के पास 60 मीटर रोड से नॉलेज पार्क-5 के पास 130 मीटर रोड तक 80 मीटर चौड़ी रोड की जा रही है.