ग्रेटर नोएडा के मास्टर प्लान 2041 को शासन की मंजूरी मिल चुकी है. लंब समय से इसकी स्वीकृति का इंतजार किया जा रहा था. नोएडा और यमुना प्राधिकरण के 2041 मास्टर प्लान को हरी झंडी दिखाई जा चुकी है.
ग्रेटर नोएडा के मास्टर प्लान 2041 के मुताबिक ग्रेटर नोएडा फेज-2 को 33715.22 हेक्टेयर में विकसित किया जाएगा.
ग्रेटर नोएडा के मास्टर प्लान 2041 में सबसे ज्यादा25.4 फीसदी जमीन इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए आरक्षित है. इसका मकसद इंडस्ट्रियल सेक्टर में निवेश के साथ रेवेन्यू को बढ़ावा मिलेगा.
यही नहीं कनेक्टिविटी पर भी मास्टर प्लान में जोर दिया गया है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, ट्रेन, एक्सप्रेसवे से लेकर मेट्रो तक कनेक्टिविटी पर काम किया जाएगा.
ग्रेटर नोएडा के फेज-2 में गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलंदशहर और गाजियाबाद के 140 नए गांव जोड़े जाएंगे. जिनको मिलाकर कुल गांव की संख्या 257 पहुंच जाएगी.
मास्टर प्लान में साल 2041 तक ग्रेटर नोएडा की जनसंख्या के 40 लाख होने का अनुमान है. इसी को ध्यान में रखकर शहर को विकसित किया जाएगा.
मास्टर प्लान में सबसे खास 24 किलोमीटर लंबा 105 मीटर रोड होगा. जो हापुड़ और NH-24 से गढ़ मुक्तेश्वर, गजरौला, ब्रजघाट और मुरादाबाद का रास्ता आसान करेगा.
साथ ही इसके दोनों तरफ आवासीय और इंडस्ट्रियल सेक्टर बसाए जाएंगे. इससे लाखों लोगों को आवास के साथ रोजगार के मौके भी मिलेंगे. फेज-2 के ज्यादातर सेक्टर न्यू नोएडा से कनेक्ट होंगे.
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