Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में राजनगर एक्सटेंशन में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण अब पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर किया जाएगा. इसमें उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की संयुक्त भागीदारी होगी. आइए आपको बताते हैं ये कब तक बन जाएगा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीडीए को स्टेडियम निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए थे. जीडीए ने यूपीसीए को जमीन ट्रांसफर करने का सुझाव दिया, लेकिन एसोसिएशन ने इसे अस्वीकार करते हुए उसी जमीन पर पीपीपी मॉडल के तहत निर्माण करने का प्रस्ताव दिया.
यूपीसीए के अनुसार पीपीपी मॉडल से सरकार और निजी निवेशकों की संयुक्त भागीदारी होगी. इससे सरकारी खजाने पर अतिरिक्त वित्तीय दबाव नहीं पड़ेगा और परियोजना समयबद्ध तरीके से पूरी हो सकेगी. इस क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में 55 हजार दर्शक एक साथ मैच का देख पाएंगे.
निजी भागीदार परियोजना की लागत का बड़ा हिस्सा वहन करेंगे और स्टेडियम के संचालन व रखरखाव में भी भूमिका निभाएंगे. इससे न केवल निर्माण में तेजी आएगी, बल्कि भविष्य में स्टेडियम का प्रबंधन भी पेशेवर तरीके से किया जा सकेगा, जिससे लंबे समय तक इसकी उपयोगिता बनी रहेगी.
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स के अनुसार, यूपीसीए ने पीपीपी मॉडल पर निर्माण का प्रस्ताव दिया है, जिस पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. सभी औपचारिकताएं जल्द पूरी कर इस परियोजना की शुरुआत की जाएगी, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल परिसर समय पर तैयार हो सके.
प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर राकेश मिश्रा ने बताया कि यदि मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर जल्द हस्ताक्षर हो जाते हैं, तो निर्माण शुरू होने के दो साल के भीतर स्टेडियम तैयार हो सकता है. इसके बाद गाजियाबाद को एक विश्वस्तरीय क्रिकेट स्टेडियम की सौगात मिलेगी.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.