रविंद्र कुमार मंदर राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं. रविंद्र कुमार मंदर का जन्म 1988 को हुआ था. वह साल 2013 के आईएएस अफसर हैं.
रविंद्र कुमार मंदर प्रयागराज में जिलाधिकारी रह चुके हैं. उनके नेतृत्व में ही प्रयागराज में भव्य और दिव्य महाकुंभ 2025 का सफल आयोजन किया गया.
रविंद्र कुमार मंदर प्रयागराज से पहले जौनपुर और रामपुर में भी जिलाधिकारी रह चुके हैं. इसके अलावा फिरोजाबाद में ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.
वह 2017 से 2019 तक आगरा में चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर भी रहे. इसके बाद साल 2019-21 में उत्तर प्रदेश म्युनिसिपल कमिश्नर, म्युनिसिपल कोर्पोरेशन, वृदावन-मथुरा में थे. रामपुर में डीएम रहते चर्चा में आए थे.
रामपुर में डीएम रहते हुए रविंद्र कुमार ने मिशन समर्थ चलाया था. इसके तहत उन्होंने 61 दिव्यांग बच्चों की सर्जरी करवाई थी. उन्होंने घाटमपुर स्कूल के एक स्टूडेंट वसीम के लिए वह किया जिसने उसे नई जिंदगी दी.
वसीम को तो अमेरिका से मंगवाकर से हाथ लगवाए थे. इनकी कीमत 6 लाख थी. उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बेघरों को घर दिलाने और बनवाने में बहुतों की मदद की.
आईएएस रविंद्र कुमार मंदर ने अपने कार्यकाल के दौरान 900 से अधिक तालाब बनवाकर जल संरक्षण में अहम जिम्मेदारी निभाई है. इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है.
आईएएस रविंद्र कुमार ने तालाब बनवाने का काम 'अमृत सरोवर योजना' के तहत हर तैनाती वाले जिले में किया. साथ ही नदियों के डैम भी बनवाए.
जल संरक्षण की मुहिम के तहत काम कर चुके रविंद्र ने 40 हजार से अधिक लोगों को रोजगार दिलाया है. जौनपुर में डीएम रहते समय लोकसभा चुनाव में भी सुर्खियों में आए थे.