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यूपी का पहला मुख्‍यमंत्री कौन? जिनकी सरकार में नहीं हुआ एक भी दंगा, 29 की उम्र में कर ली थी तीन शादियां

सीएम योगी आदित्‍यनाथ के कंधों पर देश के सबसे बड़े राज्‍य की जिम्‍मेदारी है. पिछले दिनों सीएम योगी यूपी के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्‍यमंत्री का खिताब भी अपने नाम कर लिया है. सीएम योगी ने 19 मार्च 2017 को उत्‍तर प्रदेश के 21वें मुख्‍यमंत्री के रूप में कमान संभाली थी.

कैसा मिला यूपी का पहला मुख्‍यमंत्री?

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कैसा मिला यूपी का पहला मुख्‍यमंत्री?

दरअसल, आजादी के बाद देश का विभाजन हुआ. इसके बाद 1951 में पहला विधानसभा चुनाव हुए. कांग्रेस ने गोविंद बल्‍लभ पंत को बरेली सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ाया. गोविंद बल्‍लभ पंत ने जीत दर्ज की. इसके बाद देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने गोविंद बल्‍लभ पंत को उत्‍तर प्रदेश का पहला मुख्‍यमंत्री बनाने की घोषणा कर दी. 

कौन थे गोविंद बल्‍लभ पंत?

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कौन थे गोविंद बल्‍लभ पंत?

गोविंद बल्‍लभ पंत का जन्‍म 10 सितंबर 1887 को अल्मोड़ा जिले के खूंट गांव के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके मां का नाम गोविंदा बाई था. उनके पिता सरकारी नौकरी में थे, इसलिए उनका ट्रांसफर होता रहता था. 

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन

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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन

गोविंद बल्लभ पंत बचपन से ही मोटे तगड़े और होशियार थे. वह 6 फीट लंबे थे. उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से साल 1907 में ग्रेजुएशन किया. इसके बाद 1909 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ही लॉ की डिग्री हासिल की. 

राजनीतिक रैलियों में भाग लिए

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राजनीतिक रैलियों में भाग लिए

कॉलेज के दिनों में ही वह राजनीतिक रैलियों और सभाओं में हिस्सा लेने लगे. गोविंद बल्‍लभ पंत ने भारतीय संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिलाने और जमींदारी प्रथा को खत्म कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. 

लॉ की पढ़ाई की

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लॉ की पढ़ाई की

लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद गोविंद बल्लभ पंत अल्मोड़ा लौट आए और साल 1910 में अल्मोड़ा में वकालत शुरू की. कुछ दिनों बाद रानीखेत आ गए और इसके बाद काशीपुर चले गए. 

कब मुख्‍यमंत्री बने

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कब मुख्‍यमंत्री बने

गोविंद बल्लभ पंत 1952 में उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री नियुक्त हुए. मुख्‍यमंत्री बनते ही गोविंद बल्‍लभ पंत ने जमींदारी प्रथा खत्म करने का ऐलान कर दिया. 

मदन मोहन मालवीय के चेले

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मदन मोहन मालवीय के चेले

गोविंद वल्लभ पंत मदन मोहन मालवीय के पक्के चेले थे. उस वक्त कांग्रेस पर अंग्रेजों के कानून में बनी सरकार में शामिल होने का आरोप लगा था, लेकन पंत की अगुवाई में उत्तर प्रदेश में दंगे नहीं हुए. 

तीन शादियां की

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तीन शादियां की

जानकारी के मुताबिक, गोविंद बल्‍लभ पंत की पहली शादी 12 साल में हो गई थी. 29 साल की उम्र होते-होते उनकी तीन शादियां हो गई थीं. 

 

डिस्क्लेमर

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डिस्क्लेमर

यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है.zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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