भारत की बात करें तो सबसे ज्यादा बारिश मेघालय के चेरापूंजी में होती है. यहां पर मानसून के समय 450 इंच यानी 11430 मिमी तक बारिश होती है.
वहीं, उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा बारिश सीएम सिटी गोरखपुर में होती है. गोरखपुर को यूपी का चेरापूंजी कहा जाता है. यहां औसतन 184.47 सेंटीमीटर तक बारिश होती है.
गोरखपुर एकमात्र जिला है उत्तर प्रदेश का जहां सबसे ज्यादा बारिश होती है. सीएम योगी गोरखपुर से पांच बार सांसद रह चुके हैं. वर्तमान में गोरखपुर से ही वह विधायक भी हैं.
गोरखपुर का नाम प्रसिद्ध संत गोरखनाथ के नाम पर रखा गया है. संत गोरखनाथ नाथ संप्रदाय के प्रमुख विद्वान थे. गोरखनाथ मंदिर में उन्होंने तपस्या की. गोरखपुर शहर राप्ती और रोहिणी नदी के किनारे बसा हुआ है.
बता दें कि मथुरा में सबसे कम बारिश होती है. प्रदेश का सबसे कम बारिश वाला जिला मथुरा है. यहां औसतन बारिश 54.4 सेंटीमीटर तक होती है.
इस साल मानसूनी बारिश की बात करें तो 30 जिलों में पर्याप्त बारिश हुई है. वहीं, 21 जिले सामान्य से कम बारिश हुई. इसमें 8 जिलों में तो सूखे जैसी हालत थी.
देवरिया में सामान्य 443 मिलीमीटर की अपेक्षा अभी तक सिर्फ 51.7 मिलीमीटर बारिश हुई है. गौतमबुद्ध नगर में 67.2, गाजियाबाद में 92.6, शामली में 102.7, कुशीनगर में 194, पीलीभीत में 223.6, संत कबीर नगर में 279.5 और मऊ में 237.5 मिलीमीटर बारिश हुई है.
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