Roadways bus driver Salary: रोडवेज बस यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुंचाने में ड्राइवर की अहम भूमिका होती है. ऐसे में बहुत से लोग सोचते होंगे कि आखिर सरकारी बस में ड्राइवर की सैलरी कितनी रहती होगी.
आप अक्सर यूपी रोडवेज की बस में सफर करते हैं. एक कुशल ड्राइवर आपको आपने स्थान पर पहुंचाता है. अगर ड्राइवर की स्किल अच्छी है तो आपको सफर का पता भी नहीं चलेगा. बस और कंडक्टर के कुशल तालमेल से सफर आरामदायक होता है. क्या आप जानते हैं कि यूपी रोडवेज में बस ड्राइवर की सैलरी कितनी होती है. सैलरी के अलावा उनको और क्या मिलता है.
यूपी रोडवेज (UPSRTC) में बस ड्राइवर का वेतन 15,000 रुपये से 20,000 रुपये प्रति महीने तक हो सकता है. यह वेतन अनुभव, प्रदर्शन, और काम के घंटों पर निर्भर करता है. यूपी रोडवेज बस के ड्राइवरों को आमतौर पर फिक्स्ड सैलरी और प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान का मिश्रण मिलता है.
जो ड्राइवर अच्छा प्रदर्शन करते हैं और अधिक किलोमीटर चलाते हैं, उन्हें अधिक वेतन मिल सकता है. कुछ मामलों में, ड्राइवरों को 22 दिनों में 5500 किलोमीटर चलाने पर 19,500 रुपये का मासिक वेतन भी दिया जाता है. इसके अतिरिक्त, कुछ लाभ और भत्ते भी दिए जा सकते हैं.
कुछ ड्राइवरों को रात्रि ड्यूटी भत्ता, यात्रा भत्ता, और अन्य भत्ते भी मिल सकते हैं. संविदा पर रखे गए ड्राइवरों को 16,593 रुपये का मासिक मानदेय और 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि भी मिल सकती है, यदि वे 22 दिनों में 5000 किलोमीटर चलाते हैं.
बस ड्राइवर पद के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम 8वीं पास होना आवश्यक है, साथ ही भारी वाहन चलाने का वैध लाइसेंस भी होना चाहिए. उम्मीदवारों की आयु सीमा 23 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
सुविधाओं के बारे में बात करें तो कुछ ड्राइवरों को दुर्घटना बीमा और मुफ्त बस यात्रा पास जैसी सुविधाएं भी मिल सकती हैं.
यूपी रोडवेज में ड्राइवर बनने के लिए उम्मीदवारों को कम से कम 8वीं कक्षा पास होना चाहिए और उनके पास भारी वाहन चलाने का लाइसेंस होना चाहिए. यदि आप यूपी रोडवेज में ड्राइवर के रूप में नौकरी के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप यूपीएसआरटीसी की वेबसाइट पर जा सकते हैं या यूपी रोडवेज के क्षेत्रीय कार्यालयों से संपर्क कर सकते हैं.
यूपी रोडवेज में बस ड्राइवर की भर्ती संविदा (contract) के आधार पर होती है. इसके लिए, उम्मीदवारों को कुछ योग्यताएं पूरी करनी होती हैं, जैसे कि आठवीं पास होना और भारी वाहन चलाने का वैध लाइसेंस होना. भर्ती प्रक्रिया में आमतौर पर एक रोजगार मेला आयोजित किया जाता है, जहां उम्मीदवारों का ड्राइविंग टेस्ट और दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.