पहले जान लेते हैं कानूनगो होता क्या है. दरअसल, कानूनगो राजस्व विभाग का कर्मचारी होता है. उसे राजस्व निरीक्षक या रेवन्यू इंस्पेक्टर भी कहा जाता है.
राजस्व निरीक्षक या कानूनगो लेखपाल से बड़ा पद होता है. कानूनगो की भूमिका काफी हद तक सुपरवाइजर की होती है. लेखपाल जो भी रिकॉर्ड ले जाता है, कानूनगो उसे चेक करके अपनी मुहर लगाता है.
कई बार कानूनगो भी जमीन के नाप-जोख का काम करता है. कुल मिलाकर पावर के मामलों में कानूनगो तहसीलदार से भी बड़ा साबित हो सकता है.
राजस्व निरीक्षक या कानूनगो के पद पर दो तरह से भर्ती होती है. पहली उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से कानूनगो के पदों पर भर्ती निकाली जाती है.
दूसरा लेखपाल को ही प्रमोशन देकर कानूनगो बनाया जाता है. यूपीएसएसएससी के जरिए भर्ती होने के लिए सबसे पहले पीईटी परीक्षा पास करनी होती है.
इसके बाद मुख्य परीक्षा में शामिल होना होता है. इसके लिए उम्मीदवारों को ग्रेजुएट होना चाहिए. राज्य सरकार समय-समय में भर्ती निकाली रहती है.
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कानूनगो का वेतनमान 5200-20,200+ग्रेड पे 2800/- रुपये है. इसके साथ ही कई तरह के भत्ते भी मिलते हैं.
कानूनगो को पेंशन और पीएफ की भी सुविधा मिलती है. इसमें मकान किराया भत्ता, यात्रा भत्ता, चिकित्सकीय सुविधाएं, पेंशन आदि शामिल हैं. इसके अलावा महंगाई भत्ता, टेलीफोन-मोबाइल कनेक्शन, इंटरनेट सुविधा भी शामिल हैं.
तहसील स्तर पर राजस्व विभाग का सबसे बड़ा आधिकारी तहसीलदार होता है. इसके नीचे नायब तहसीलदार होता है. यह तहसीलदार/नायब तहसीलदार और पटवारी के बीच की कड़ी कानूनगो होता है. इस तरह लेखपाल से बड़ा कानूनगो होता है.
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