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Lucknow News: लाव-लश्कर के साथ बादलों की लखनऊ पर चढ़ाई! राजधानी समेत 40 जिलों में जमकर होगी बारिश, फिर इस दिन से मिलने वाली है राहत

Lucknow Aaj Ka Mausam: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक लखनऊ समेत कई जिलों का मौसम फिर घमासान मचाने वाला है. आइये जानते हैं आने वाले दिनों में कैसा रहेगा लखनऊ और यूपी के अन्य जिलों का मौसम. 

मौसम विभाग का अलर्ट

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मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बुधवार और गुरुवार को लखनऊ समेत 40 से अधिक जिलों में भारी बारिश होगी. साथ ही 35 जिलों में तेज हवा और वज्रपात का खतरा भी बना रहेगा. यानी, आने वाले दो दिन छाता और रेनकोट साथ रखिये, क्योंकि आसमान से राहत की बूंदें और बिजली की चमक दोनों साथ उतरने वाली हैं.

14 अगस्त : लखनऊ का मौसम

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14 अगस्त : लखनऊ का मौसम

राजधानी में बुधवार को आसमान ज्यादातर बादलों से ढका रहेगा. एक-दो दौर की बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम विभाग ने लखनऊ में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. हवा में 90 से 70 फिसद तक नमी बनी रहेगी.

पूर्वी और मध्य यूपी में जोरदार बरसात की संभावना

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पूर्वी और मध्य यूपी में जोरदार बरसात की संभावना

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, बुधवार को मध्य और पूर्वी यूपी के कई जिलों- जैसे लखनऊ, बलरामपुर, गोंडा, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी, श्रावस्ती, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर और बिजनौर- में बादल जमकर बरसेंगे. गुरुवार को भी सुबह से दोपहर तक भारी बारिश की संभावना है.

शुक्रवार 15 अगस्त से मौसम में बदलाव

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शुक्रवार 15 अगस्त से मौसम में बदलाव

मौसम विभाग का अनुमा  है कि 15 अगस्त यानी शुक्रवार से लखनऊ और आसपास के इलाकों में बारिश का असर कमजोर होने लगेगा और मानसून की सक्रियता घटेगी. जिसके बाद एक बार फिर से उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है. 

किसानों के लिए राहत और चुनौती

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किसानों के लिए राहत और चुनौती

इस साल 24 जून को मानसून की पहली बारिश दर्ज हुई थी. तब से अब तक प्रदेश में 492.1 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य 449.1 मिलीमीटर से 10% ज्यादा है. पश्चिमी यूपी में यह औसत से 31% अधिक और पूर्वी यूपी में 4% कम है. धान और मक्का की फसल के लिए यह बारिश फायदेमंद साबित हो रही है, लेकिन तिल और उड़द जैसी दलहन फसलें ज्यादा पानी से नुकसान झेल रही हैं.

Disclaimer

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Disclaimer

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता का दावा या पुष्टि ज़ी यूपी/यूके नहीं करता.

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