कुकरैल नाइट सफारी और एडवेंचर पार्क दो चरण में पूरा किया जाएगा, जिसकी कुल अनुमानित लागत 1510 करोड़ रुपड़े बताई जा रही है. पहले चरण में नाइट सफारी और उसका मूल ढांचा तैयार करने के लिए 631 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे.
पहले चरण में नाइट सफारी, एडवेंचर पार्क, ( कैनोपी वॉक, ट्रैकिंग, माउंटेन बाइक) बाड़े, ट्री टॉप रेस्टोरेंट, गाइडेट टूर पैकेज और इको टूरिज्म होगा. वहीं दूसरे चरण में चिड़ियाघर का निर्माण और इको टूरिज्म सुविधाओं का विकास किया जाएगा
नाइट सफारी की 72 प्रतिशत क्षेत्रफल में हरियाली रहेगी. बिजली के लिए यहां पर सौर ऊर्चा का प्रयोग किया जाएगा. इको टूरिज्म में कैफेटेरिया, 7-डी थियेटर, ऑडिटोरियम, और पार्किंग भी सुविधा होगी. इसके अलावा एडवेंचर जोन भी होगा.
2027. 45 एकड़ में फैले कुकरैल जंगल के 350 एकड़ में नाइट सफारी और चिड़ियाघर बनाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह चिड़ियाघर को यहीं पर शिफ्ट किया जाएगा.
75 एकड़ में लेपर्ड सफारी, 60 एकड़ में भालू सफारी, 75 एकड़ में टाइगर सफारी होगी. बटरफ्लाई इंटरप्रिटेशन सेंटर होगा. ओपन एयर नाइट चिड़ियाघर होगा, जिसमें चांद की रोशनी में जानवरों के बाड़े दिखेंगे.
माना जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट लखनऊ को न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करेगा. पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और परियोजना निदेशक का कहना है कि सिंगापुर के नाइट सफारी की तर्ज पर बनाए जा रहा यह एशिया का पांचवा नाइट सफारी होगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 16 अगस्त 2022 को कैबिनेट बैठक में लखनऊ के कुकरैल जंगल में नाइट सफारी और चिड़ियाघर के निर्माण को हरी झंडी दी थी. इस प्रोजेक्ट को लेकर सीएम योगी इसके बाद तीन साल में दो और बैठकें कर चुके हैं लेकिन हर बार यही कहा जाता है कि काम शुरू होने वाला है. जबकि हकीकत यह है कि अभी तक टेंडर प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो सकी है. हालांकि बजट से 4 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं.
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