Elevated road in UP: लखनऊ वालों आपके लिए अच्छी खबर है. पालीटेक्निक चौराहे से किसान पथ के बीच एलीवेटेड रोड बनाने का रास्ता क्लीयर हो गया है. अयोध्या जाने वाले लोगों को भी इसके बनने से फायदा होगा. अयोध्या रोड पर 6 लेन की एलीवेटेड रोड बनाया जाएगा जो पालीटेक्निक चौराह से उठेगा और किसान पथ से कनेक्ट होगा.
अयोध्या जाने वाले लोगों को पालीटेक्निक चौराहे से इंदिरा नहर तक जाम में नहीं फंसना होगा जिससे आपका समय बचेगा. इसके अलावा, बाराबंकी, गोंडा, गोरखपुर, सीतापुर जाने वाले हल्के और भारी वाहनों की रफ्तार बढ़ेगी और ईंधन भी बचेगा.
करीब 9 किमी. लंबे एलीवेटेड को पालीटेक्निक फ्लाईओवर से कनेक्ट किया जाएगा और ऊपर ही ऊपर इसे किसान पथ से जोड़ दिया जाएगा. यानी आपको आउटर रिंग रोड पर जाना हो, वह इसका प्रयोग करके सीधे शहर के बाहर से निकल सकता है.
यही नहीं आगरा एक्सप्रेस वे, शहीद पथ के साथ ही सुलतानपुर, हरदोई, कानपुर, रायबरेली हाई वे से सीधे कनेक्ट हो जाएगा. यही नहीं एलडीए द्वारा बनाए जा रहे ग्रीन कारिडोर से भी कनेक्ट हो सकेगा.
कुल मिलाकर पुराने लखनऊ के साथ ही इंदिरा नगर, मुंशी पुलिया, आइआइएम रोड, इस्माइलगंज, गोमती नगर, खुर्रमनगर, एचएएल समेत 30 लाख की आबादी एलीवेटेड रोड से कनेक्ट होकर अपने गंतव्य को डायरेक्ट जा सकेंगे.
पूर्वांचल से आने वाला ट्रैफिक हाई कोर्ट के पास जाम में नहीं फंसेगा. फिलहाल यहां सुबह और शाम जाम से जूझता रहता है. लोग सीधे एलीवेटेड रोड का प्रयोग करते हुए पालीटेक्निक फ्लाईओवर, मुंशी पुलिया फ्लाईओवर होते हुए खुर्रमनगर, टेढ़ी पुलिया फ्लाईओवर, प्रस्तावित इंजीनियरिंग कालेज फ्लाईओवर, मडियांव फ्लाईओवर, आइआइएम फ्लाईओवर होते हुए सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग से कनेक्ट हो जाएगा.
जो सवा घंटे इस 25 किमी. की दूरी तय करने में लगते हैं, अब 25 मिनट में दूरी तय हो सकेगी. एलीवेटेड रोड के नीचे भी जाम पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. हाईकोर्ट आने वाले लोगों को जहां राहत मिलेगी, वहीं लोहिया अस्पताल के साथ ही निजी अस्पताल जाने वाले लोगों को सहूलियत होगी.
पालीटेक्निक चौराहे से किसान पथ को कनेक्ट करने में करीब 2219 करोड़ का खर्च आएगा. इसे बनने में तीन से चार साल का समय लग सकता है. जब ये बनेगा तब रूट डायवर्ट करना पड़ेगा. जिसके बाद कुछ परेशानी हो सकती है.
एलीवेटेड निर्माण पर 1996 करोड़ खर्च होगा. जमीन अधिगृहण पर 165 करोड़ खर्च होंगे और यूटिलिटी शिफ्टिंग पर खर्च करीब 58 करोड़ का आएगा. कुल मिलाकर खर्च 2219 करोड़ आने की संभावना है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.