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25 मिनट PAK का खेल खत्म.. कर्नल सोफ‍िया और कमांडर व्योमिका ने बिग बी के सामने खोले अहम राज!

Wing Commander Vyomika Singh: विंग कमांडर व्योमिका सिंह ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के स्वतंत्रता दिवस विशेष एपिसोड में कर्नल सोफिया कुरैशी और कमांडर प्रेरणा देवस्थली के साथ नजर आई. तीनों महिला अधिकारी हॉट सीट पर बैठकर अपने साहसिक अभियानों के अनुभव साझा कर रही थीं. आइए जानते हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह कहां की रहने वाली हैं और पायलट बनने तक का सफर...

25 मिनट PAK का खेल खत्म

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25 मिनट PAK का खेल खत्म

वहीं अमिताभ बच्चन को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि बार-बार पाकिस्तान ऐसा कर रहा था, इसलिए जवाब देना बनता था. विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि रात 1:05 बजे से 1:30 बजे तक 25 मिनट में ही पाकिस्तान का खेल खत्म कर दिया. इसके बाद कमांडर प्रेरणा देवस्थली ने बताया कि टारगेट्स को नष्ट कर दिया गया और किसी भी नागरिक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था. 

ऑपरेशन सिंदूर में योगदान

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ऑपरेशन सिंदूर में योगदान

व्योमिका सिंह ने 7 मई को हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यह अभियान पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया, जिसमें पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकी शिविर नष्ट किए गए. इस कार्रवाई ने चार दिन तक चले भारत-पाक सैन्य संघर्ष को जन्म दिया, जो 10 मई को युद्धविराम समझौते के बाद समाप्त हुआ.

नाम से मिली प्रेरणा

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नाम से मिली प्रेरणा

कक्षा 6 में व्योमिका ने अपने नाम का अर्थ ‘आकाश की स्वामिनी’ जाना. इसी पल उन्होंने तय किया कि उन्हें पायलट बनना है. उस समय महिला पायलटों के लिए अवसर सीमित थे, लेकिन उन्होंने इस सोच को बदलने का संकल्प लिया और भारतीय वायुसेना में अपनी पहचान बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया.

महिला पायलट बनने का सफर

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महिला पायलट बनने का सफर

1991-92 में केवल अविवाहित पुरुषों को पायलट बनने की पात्रता देखकर व्योमिका को गहरा झटका लगा, लेकिन उन्होंने इसे चुनौती में बदल दिया. इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष में UPSC के जरिए महिलाओं के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन का अवसर मिला, जिसे उन्होंने पास कर प्रशिक्षण लिया और हेलीकॉप्टर पायलट बनीं.

हेलीकॉप्टर उड़ान में विशेषज्ञता

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हेलीकॉप्टर उड़ान में विशेषज्ञता

व्योमिका सिंह चेतक और चीता हेलीकॉप्टर उड़ाने में माहिर हैं. उनके पास 2,500 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है. उन्होंने समुद्र तल से लेकर 18,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरी है और कई दुर्गम व संवेदनशील इलाकों में राहत व बचाव अभियानों का नेतृत्व किया है.

अरुणाचल में बचाव अभियान

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अरुणाचल में बचाव अभियान

नवंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश के कठिन पहाड़ी क्षेत्रों में एक बचाव अभियान का नेतृत्व किया. खराब मौसम, घना कोहरा और ऊबड़-खाबड़ भू-भाग के बावजूद उन्होंने राहत कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. इस अभियान में कई लोगों की जान बचाई गई और व्योमिका के साहस की खूब सराहना हुई.

 

कहां की है विंग कमांडर व्योमिका सिंह?

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कहां की है विंग कमांडर व्योमिका सिंह?

उत्तर प्रदेश के लखनऊ की मूल निवासी व्योमिका ने 18 दिसंबर 2004 को शॉर्ट सर्विस कमीशन से कमीशन प्राप्त किया. 2017 में वह विंग कमांडर बनीं और 2019 में स्थायी कमीशन प्राप्त कर भारतीय वायुसेना में अपनी स्थिति और मजबूत की. 

पर्वतारोहण में चुनौती

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पर्वतारोहण में चुनौती

2021 में व्योमिका सिंह ने माउंट मणिरंग (21,650 फीट) पर एक त्रि-सेवा महिला पर्वतारोहण अभियान में हिस्सा लिया. यह मिशन दिखाता है कि वह केवल एक कुशल पायलट ही नहीं, बल्कि साहसिक खेलों और उच्च जोखिम वाले अभियानों में भी अग्रणी भूमिका निभाती हैं.

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