Shri Banke Bihari Corridor: वृंदावन में भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावित भव्य और दिव्य ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर के निर्माण की दिशा में जिला प्रशासन ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं.
इसी क्रम में बांके बिहारी मंदिर के आसपास रहने वाले लोगों से उनके मकानों और दुकानों के कागजात मांगे जा रहे हैं. राजस्व विभाग, नगर निगम की टीम सक्रिय रूप से उन दुकानदारों और मकान मालिकों से उनके स्वामित्व संबंधी दस्तावेज इकट्ठा कर रही है.
यह कार्रवाई उन मकानों और दुकानों के चिह्नीकरण के लिए की जा रही है, जो कॉरिडोर के रास्ते में पड़ रहे हैं और जिन्हें हटाना जरुरी होगा. इस कॉरिडोर परियोजना से लगभग 275 मकान और दुकानें प्रभावित होने का अनुमान है, जिन्हें चिह्नित किया जा चुका है.
जिला प्रशासन का यह कदम सुनिश्चित करने के लिए है कि प्रभावित लोगों को नियमानुसार उचित मुआवजा दिया जा सके और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न हो. यह कॉरिडोर भक्तों के लिए मंदिर तक पहुंचने को और अधिक सुगम बनाने, भीड़ प्रबंधन में सुधार करने और समग्र रूप से वृन्दावन में दर्शनार्थियों के अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है.
इस परियोजना से वृन्दावन के धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. हालांकि, प्रभावित होने वाले लोगों के पुनर्वास और मुआवजे को लेकर प्रशासन को संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाना होगा ताकि सभी को संतुष्ट किया जा सके.
श्री बांके बिहारी कॉरिडोर निर्माण के साथ ही श्रीराधा-कृष्ण की लीला स्थली वृंदावन के अलौकिक स्वरूप को और निखारने की तैयारी है. यह करीब 5 एकड़ में बनेगा. इसे बनने में लगभग 3 साल का समय लग जाएगा.
योगी सरकार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत मंदिर के रास्तों को चौड़ा किया जाएगा. मंदिर में एंट्री के लिए 3 गेट बनाए जाएंगे. खास बात यह है इसमें कि करीब 30 हजार वर्गमीटर में पार्किंग बनाई जाएगी.
2024 में मथुरा जिले में करीब 21.96 करोड़ श्रद्धालुओं आए हैं. इसमें सबसे अधिक 2.55 करोड़ श्रद्धालु वृंदावन में श्री बांके बिहारी के दर्शन के लिए पहुंचे हैं. इसमें 70 हजार विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश में आगरा के बाद सबसे अधिक विदेशी मथुरा में आते हैं.