शामली जनपद के कैराना कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले नोमान इलाही को सीआईए टीम ने पानीपत से 'ऑपरेशन सिंदूर ' के लिए जासूसी करने के आरोप में दो-तीन दिन पहले ही गिरफ्तार किया था. वह पाकिस्तान में बैठे ISI हैंडलर के लिए जासूसी कर रहा था.
नोमान इलाही के तार कहां-कहां जुड़े हैं इसके सबूत जुटाने के लिए CIA की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. इसी कड़ी में उसे शामली के कैराना स्थित उसके मूल निवास लाया गया. जहां कड़ी सुरक्षा के बीच उसके घर की वीडियोग्राफी करते हुए करीब 50 मिनट तक जांच पड़ताल की गई. नोमान के घर से 8 पासपोर्ट सहित कई साक्ष्यों को जब्त किया गया.
इससे पहले भी कैराना के करीब आधा दर्जन से ज्यादा युवक भारत के खिलाफ साजिश रचने और आतंकी संगठनों से ताल्लुक रखने के मामलों में धरे जा चुके हैं. सुरक्षा एजेंसियों की टीमों ने ऐसे युवकों को जासूसी करने के मामले में अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया है.
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के शक में पकड़े गए नोमान इलाही से सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में बैठे ISI हैंडलर इकबाला काना के बाद विक्की उर्फ शाह ISI की कमान संभाल रखी है.
ISI हैंडलर विक्की उर्फ शाह पंजाब हरियाणा, मध्यप्रदेश और देश के दूसरे इलाकों में नोमान इलाही जैसे युवकों को अपने झांसे में लेकर उनसे भारत के बारे में गुप्त जानकारियां हासिल कर रहा है.
नोमान इलाही से जब्त हुए फोन की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि नोमान की लगभग रोज पाकिस्तान में बैठे ISI अधिकारियों और एजेंटों से बात होती थी, वह पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी के लगभग 50 लोगों के संपर्क में था.
सूत्रों के मुताबिक 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान नोमान को श्रीनगर में भारतीय सेना की गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान भेजने का काम सौंपा गया था. नोमान इलाही भारतीय सेना की गतिविधियों की जानकारी जुटाने के लिए श्रीनगर जाने की फिराक में था.
उत्तर प्रदेश के शामली के कैराना कस्बे के निवासी नोमान इलाही के 2 भाई और 3 बहनें हैं. वह 8वीं क्लास तक पढ़ा है. उसकी एक बहन पानीपत में व्याही है. वह उसी के यहां पानीपत में 4 महीने से रह रहा था. किसी को उसकी असलियत मालूम न हो इसके लिए वह एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की आड़ में पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की स्वयं जांच करें. ज़ी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.