लक्ष्मी बनी मसीहा! हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग देखकर भी नहीं की अपनी जान की परवाह, केदारनाथ यात्रियों की बचाई जान
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2791483

लक्ष्मी बनी मसीहा! हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग देखकर भी नहीं की अपनी जान की परवाह, केदारनाथ यात्रियों की बचाई जान

Kedarnath Helicopter Emergency Landing: रुद्रप्रयाग में शनिवार को जब केदारनाथ यात्रियों को ले जाने वाले हेलीकॉप्टर को इमरजेंसी लैंड़िंग करनी पड़ी तब वहां दुकान चलाने वाली लक्ष्मी नाम की महिला देवदूत बनकर सामने आई. लक्ष्मी ने हेलीकॉप्टर से अपनी दुकान टूटने के बाद भी अपनी जान पर खेलकर हेलीकॉप्टर में फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने में मदद की. 

लक्ष्मी बनी मसीहा! हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग देखकर भी नहीं की अपनी जान की परवाह, केदारनाथ यात्रियों की बचाई जान

Rudraprayag News: रुद्रप्रयाग जनपद में शनिवार को एक बड़ा हादसा टल गया जब क्रेस्टल एविएशन का हेलीकॉप्टर केदारनाथ के लिए उड़ान भरते ही तकनीकी खराबी के कारण गौरीकुंड हाईवे पर आपातकालीन लैंडिंग करने पर मजबूर हो गया. हादसे के दौरान हेलीकॉप्टर में पांच यात्री सवार थे, जो पूरी तरह सुरक्षित हैं, जबकि पायलट को हल्की चोटें आईं. इस घटना के दौरान पास में ही दुकान चलाने वाली लक्ष्मी नाम की महिला हेलीकॉप्टर के यात्रियों और पायलट के लिए मसीहा बनकर सामने आई.

कब हुआ हादसा
यह घटना शनिवार को दोपहर करीब 1 बजे हुई जब हेलीकॉप्टर ने बडासू हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी. टेकऑफ के कुछ देर बाद ही तकनीकी दिक्कत के चलते पायलट रवीन्द्र सिंह सौड़ी, निवासी चंडीगढ़ ने सूझबूझ दिखाते हुए हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई. इस दौरान हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा पास खड़ी एक कार से टकरा गया, जिससे कार क्षतिग्रस्त हो गई. इसके अलावा हेलीकॉप्टर की पंखुड़ी से लक्ष्मी नाम की महिला की दुकान भी क्षतिग्रस्त हो गई. 

'मसीहा' बनी दुकान चलाने वाली लक्ष्मी
हादसे के वक्त हाईवे के पास लक्ष्मी नामक महिला दुकान चला रही थी, जिन्होंने तुरंत हिम्मत दिखाते हुए हेलीकॉप्टर के दरवाजे खोले और तीन यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला. लक्ष्मी ने पायलट को निकालने का भी प्रयास किया गया, जिन्हें बाद में नारायणकोटी स्थित विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया.लक्ष्मी ने जिस वक्त यह बहादुरी दिखाई तब हेलीकॉप्टर का इंजन स्टार्ट था और उसकी पंखुड़ियां भी चल रही थीं. 

हेलीकॉप्टर में लग सकती थी आग
हेलीकॉप्टर में लगभग 500 लीटर पेट्रोल भरा हुआ था, ऐसे में तुरंत रेस्क्यू होना बेहद जरूरी था. लेकिन लक्ष्मी एक साधारण महिला होकर भी अपनी जान की फिक्र किये बगैर हेलीकॉप्टर में फंसे यात्रियों की मदद के लिए ना केवल आगे बड़ी उसने पायलट को भी निकालने का प्रयास किया.

इस घटना के चलते हाईवे पर डेढ़ घंटे का लंबा जाम लग गया, जिसे पुलिस ने बाद में नियंत्रित किया. 

मीडिया को हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि पायलट की तत्परता और सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया. जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारी ने भी पुष्टि की कि हेली सेवाओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है और सेवाएं सामान्य रूप से जारी हैं.

Trending news

;