Bodaki Metro Route Approved: ग्रेटर नोएडा में मेट्रो विस्तार की परियोजना को मंज़ूरी मिल गई है. केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट को मंज़ूरी दी है. नोएडा मेट्रो रेल प्राधिकरण की ओर से लगातार इस मेट्रो रूट को लेकर केंद्र सरकार के समक्ष लगातार योजना पेश की जा रही थी.
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए और लोगों के सफर को बढ़िया करने के लिए लंबे समय से मेट्रो विस्तार परियोजना की मांग की जा रही है. लोगों की मांग ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक मेट्रो विस्तार की है.
नोएडा में मेट्रो की एक्वा लाइन(Aqua Line) को अब बोड़ाकी तक बढ़ाने की योजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. यह नया हिस्सा नोएडा के ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को और बेहतर बनाएगा और इसे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ेगा, जो जेवर में बन रहा है.
मेट्रो प्राधिकरण की ओर से इन दोनों रूटों की डीपीआर पहले ही सरकार को भेजी जा चुकी है. ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक के अहम रूट पर मेट्रो विस्तार प्रोजेक्ट को मंजूरी आखिरकार मिल गई है. इस रूट पर मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर केंद्रीय शहरी विकास और आवास मंत्रालय से मंजूरी मिलने की खबर है. इस रूट पर मेट्रो के चालू होने से ग्रेटर नोएडा से नोएडा और दिल्ली तक का सफर आसान हो जाएगा.
ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक केंद्र सरकार की ओर से मेट्रो परियोजना के विस्तार को लेकर डेडलाइन तय की गई है. 2031 तक इस रूट पर मेट्रो के दौड़ाने का दावा किया गया है.
बोड़ाकी जेवर से करीब एक घंटे की दूरी पर है. प्रस्तावित मेट्रो रूट ग्रेटर नोएडा सेक्टर 51 स्थित डिपो से शुरू होकर जुनपत होते हुए बोड़ाकी तक जाएगा. इस रूट की कुल लंबाई 2.6 किलोमीटर होगी.
इस पर दो स्टेशनों जुनपत और बोड़ाकी का निर्माण होगा. बोड़ाकी स्टेशन को एक बड़े मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित करने का प्लान है. वहां ट्रेन, मेट्रो, अंतरराज्यीय बस अड्डा, होटल और स्थानीय परिवहन की सुविधाएं मौजूद होंगी.
यह मेट्रो लाइन बोड़ाकी में बनने वाले मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक जाएगी. यूपी सरकार इस हब को दिल्ली-हावड़ा रेल कॉरिडोर, अंतरराज्यीय बस टर्मिनल और गाजियाबाद तक जाने वाली रैपिड रेल से जोड़ने की योजना बना रही है.
इस रूट के निर्माण पर करीब 416 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है. इससे प्रोजेक्ट पर काम जल्द शुरू होने की संभावना है. परियोजना की लागत 500 करोड़ रुपये से कम है. इसलिए इसे कैबिनेट की मंजूरी की जरूरत नहीं है.
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को रूट के लिए डिजाइन कंसल्टेंट की नियुक्ति होनी है. इसके लिए अब रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल यानी आरएफपी जारी किया जाएगा.
बोड़ाकी का ग्रेटर नोएडा रेल स्टेशन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) से देश के पूर्वी हिस्सों को जोड़ने का एक बड़ा केंद्र बनेगा. अधिकारियों का कहना है कि यह योजना सड़क यातायात का दबाव कम करेगी और नोएडा, दिल्ली और आसपास के इलाकों से एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी को आसान बनाएगी.
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