Noida News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सटे 55 गांवों में किसानों से कृषि भूमि खरीदने जा रहा है. यीडा की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, नए शहरी क्षेत्रों के विकास के लिए बुलंदशहर के 55 गांवों के किसानों से कृषि भूमि खरीदने की तैयारी है. इसके लिए दर तय कर दी गई है
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अथॉरिटी के सीईओ अरुण वीर सिंह ने जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए दरें फाइनल कर दी हैं. उन्होंने कहा, हम कमेटी की सिफारिशें बोर्ड के सामने रखेंगे ताकि किसानों को अच्छी कीमत मिल सके.
अथॉरिटी के सीईओ अरुण वीर सिंह बताया कि दरें गौतमबुद्धनगर में दी जा रही जमीन की कीमतों को देखते हुए तय की गई हैं. बुलंदशहर के जिन 55 गांवों को इस योजना में शामिल किया गया है, वहां के किसानों को बेहतर दाम देने का फैसला लिया गया है.बोर्ड से मंजूरी के बाद अथॉरिटी जमीन खरीदने का काम शुरू कर देगी.
भू-अधिग्रहण से जुड़ी कमेटी की अध्यक्षता विशेष कार्याधिकारी भाटिया कर रहे हैं.. कमेटी ने बताया कि अगर कोई किसान अधिग्रहित जमीन का 7% हिस्सा आवासीय प्लॉट के रूप में लेना चाहता है, तो उसे ₹3,800 प्रति वर्ग मीटर की दर दी जाएगी.अगर किसान प्लॉट नहीं लेना चाहता, तो उसे ₹4,300 प्रति वर्ग मीटर की दर से भुगतान किया जाएगा.
यह फैसला किसानों की मांग पर लिया गया है. किसानों ने कहा था कि गौतम बुद्ध नगर के किसानों को भी एयरपोर्ट और अन्य परियोजनाओं के लिए जमीन देने के बदले ₹4,300 प्रति वर्ग मीटर मिल रहा है, तो हमें भी उतनी ही कीमत मिलनी चाहिए.
यमुना अथॉरिटी ने इन 55 गांवों की जमीन को विकास के लिए चुना है. कुछ जगहों पर लोग गैरकानूनी तरीके से प्रोजेक्ट बना रहे हैं. अथॉरिटी अब खुद जमीन खरीदकर इन अवैध निर्माणों को रोकना चाहता है और इलाके को प्लानिंग के तहत विकसित करेगा.
जून 2023 में यमुना अथॉरिटी (YEIDA) ने ऐलान किया था कि वह बुलंदशहर के चोला रेलवे स्टेशन को नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए दो नए एक्सप्रेसवे और एक रेलवे लिंक बनाएगी. इस घोषणा के बाद अधिकारियों ने ज़मीन खरीदने के लिए रेट भी तय कर दिए.
इन दोनों एक्सप्रेसवे के बीच करीब 2.5 किलोमीटर की दूरी होगी. यह इलाका वेयरहाउस और लॉजिस्टिक्स हब के तौर पर विकसित किया जाएगा. इससे यहां व्यापार के नए अवसर पैदा होंगे और लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी मिलेगा.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.