Advertisement
trendingPhotos/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2708982
photoDetails0hindi

गाजीपुर से चंदौली के बीच बनेगा ग्रीनफील्ड हाईवे, जाम के झाम से छुटकारा, घंटों का सफर मिनटों में होगा

उत्तर प्रदेश में सड़कों के नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है. इसी क्रम में गाजीपुर से चंदौली के बीच का सफर और आसान होने वाला है.  गाजीपुर से जमानिया के रास्ते सैयदराजा (चंदौली) तक ग्रीनफील्ड फोर लेन सड़क बनाई जाएगी. मौजूदा सड़क है, उसे सात मीटर चौड़ा किया जाएगा.

खुशखबरी

1/9
खुशखबरी

चंदौली से गाजीपुर के बीच का सफर अब और आरामदायक होने जा रहा है. गाजीपुर से जमानिया के रास्ते सैयदराजा (चंदौली) तक ग्रीनफील्ड फोर लेन रोड बनाई जाएगी.

 

जाम से छुटकारा

2/9
जाम से छुटकारा

गाजीपुर से जमानिया के रास्ते सैयदराजा (चंदौली) की सड़क को सात मीटर चौड़ा किया जाएगा. इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को छुटकारा मिलेगा.

 

NHAI ने दी मंजूरी

3/9
NHAI ने दी मंजूरी

इस नए ग्रीनफील्ड हाईवे के निर्माण को लेकर कार्ययोजना बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने हरी झंडी दिखा दी है.

41.54 किलोमीटर लंबाई

4/9
41.54 किलोमीटर लंबाई

गाजीपुर से जमानिया के रास्ते सैयदराजा (चंदौली) तक बनने वाले इस ग्रीनफील्ड फोरलेन हाईवे की लंबाई 41.54 किलोमीटर होगी. इसको बनाने में करीब 31.4 करोड़ की लगात आएगी.

नहीं जाना होगा बनारस

5/9
नहीं जाना होगा बनारस

इस फोरलेन हाईवे बन जाने के बाद लोगों को गाजीपुर से चंदौली जाने के लिए बनारस का फेर नहीं लेना होगा. चंदौली के रास्ते ही बिहार की ओर जा सकेंगे.

 

डीपीआर की तैयारी

6/9
डीपीआर की तैयारी

NHAI के हरी झंडी दिखाए जाने के बाद इस फोरलेन हाईवे के डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने का काम शुरू हो गया है. 

 

कितना खर्च

7/9
कितना खर्च

रिपोर्टस की मानें तो सड़क बनाने में करीब 1684 करोड़ रुपये खर्च होंगे जबकि बाकी का पैसा हाईवे बनाने के लिए खरीदी जाने वाली जमीन पर खर्च किया जाएगा.

 

कितनी जमीन ली जाएगी

8/9
कितनी जमीन ली जाएगी

हाईवे के लिए करीबी 260 हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी. जिससे 30 से ज्यादा गांवों के किसान प्रभावित होंगे. चंदौली की करीब 152.22 हेक्टेयर और गाजीपुर की 109.42 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी.

 

डिस्क्लेमर

9/9
डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. जी यूपीयूके एआई के चित्रण का हुबहू होने की पुष्टि नहीं करता है.

 

;