City of PM in India: जनसंख्या के मामले में देश का नंबर वन राज्य होने के नाते उत्तर प्रदेश का राजनीतिक महत्व भी देश की राजनीति में सबसे ज्यादा है.कहते हैं केंद्र की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. इस राज्य के एक शहर से तो एक दो नहीं बल्कि 7 प्रधान मंत्रियो का रिश्ता रहा है. इसलिए इसे 'पीएम का पिटारा' भी कहा जाता है.
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू का जन्म 1889 में इलाहाबाद (वर्तमान प्रयागराज) में हुआ था. आनंद भवन, जो आज एक ऐतिहासिक धरोहर है, नेहरू परिवार का निवास था और आजादी की लड़ाई का अहम केंद्र भी. पंडित नेहरू ने यहां की फूलपुर लोकसभा सीट से लगातार तीन बार चुनाव जीतकर संसद में इलाहाबाद का प्रतिनिधित्व किया.
दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने भी इस शहर से अपना गहरा नाता निभाया. उन्होंने 1957 और 1962 में इलाहाबाद से लोकसभा चुनाव जीता. 1965 के भारत-पाक युद्ध के समय, उन्होंने यहीं करछना के उरुवा ब्लॉक में ‘जय जवान जय किसान’ का नारा देकर देश को एकजुट किया.
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्म भी प्रयागराज में ही हुआ था. उन्होंने आनंद भवन में ही फिरोज गांधी से विवाह किया. इस ऐतिहासिक भवन में उनके जीवन की कई महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं. प्रयागराज की संस्कृति और माहौल ने उनके व्यक्तित्व को गढ़ने में अहम भूमिका निभाई.
इंदिरा गांधी के निधन के बाद प्रधानमंत्री बने राजीव गांधी का भी प्रयागराज से विशेष लगाव था. उन्होंने अपने मित्र अमिताभ बच्चन को यहीं से चुनाव लड़वाया और नैनी में ‘हिंदुस्तान केबल फैक्ट्री’ जैसी परियोजनाएं इस शहर को समर्पित कीं.
दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहे गुलजारीलाल नंदा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर और कानून की पढ़ाई की. वे एक समय विश्वविद्यालय में शोध छात्र भी रहे और उनका शैक्षणिक जीवन प्रयागराज में ही बीता.
वी.पी. सिंह, जिन्होंने सामाजिक न्याय की दिशा में ऐतिहासिक पहल की, प्रयागराज में ही जन्मे थे. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान वे छात्र संघ के उपाध्यक्ष बने और यहीं से उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई.
‘युवा तुर्क’ के नाम से पहचाने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने भी प्रयागराज विश्वविद्यालय से एमए किया और यहीं से राजनीतिक चेतना का विकास किय. उनका राजनीतिक प्रशिक्षण इसी शहर की गलियों और विश्वविद्यालय में हुआ.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता का दावा या पुष्टि ज़ी यूपी/यूके नहीं करता.