Advertisement
trendingPhotos/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2865909
photoDetails0hindi

यूपी में 6000 साल पुराना शिवधाम, एशिया के सबसे बड़े शिवलिंग के बारे में कितना जानते हैं आप?

यूपी के गोंडा में रविवार को बड़ा हादसा हो गया. हादसा उस समय हुआ जब कार सवार 15 लोग गोंडा स्थित पृथ्‍वीनाथ मंदिर जल चढ़ाने जा रहे थे. मंदिर पहुंचने से पहले ही कार अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई. हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई.

गोंडा का पृथ्‍वीनाथ मंदिर

1/12
गोंडा का पृथ्‍वीनाथ मंदिर

गोंडा ज‍िला मुख्‍यालय से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर पृथ्‍वीनाथ मंदिर स्‍थाप‍ित है. यहां एशिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्‍थापित है. जिसका इतिहास द्वापर युग से जुड़ा है. 

पृथ्‍वीनाथ मंदिर का इतिहास?

2/12
पृथ्‍वीनाथ मंदिर का इतिहास?

शिवलिंग के बारे में कहा जाता है कि यह 6000 साल पुराना है. अज्ञातवास के दौरान पांडवों द्वारा बकासुर नाम के राक्षस का वध करके मोक्ष पाने के लिए स्‍थापित किया गया था. 

भीमेश्‍वर महादेव मंदिर

3/12
भीमेश्‍वर महादेव मंदिर

पांडवों ने इस मंदिर का नाम भीमेश्वर महादेव मंदिर रखा गया था. यहां स्‍थापित 54 फीट बड़ा शिवलिंग भगवान शिव को समर्पित है. 

 

सात खंडों में विभाजित

4/12
सात खंडों में विभाजित

कहा जाता है कि पृथ्‍वीनाथ मंदिर में स्‍थापित शिवलिंग का 64 फीट हिस्‍सा जमीन के नीचे है. इसे सात खंडों में विभाजित माना जाता है. 

 

मंदिर की खोज कैसे हुई?

5/12
मंदिर की खोज कैसे हुई?

कहा जाता है कि यहीं पर पृथ्वीराज सिंह नाम के एक युवक द्वारा अपने गौशाला निर्माण के लिए ईंट निकलवाई जा रही थी, तभी यहां पर यह विशाल शिवलिंग मिला था. 

 

सावन में जुटती है भीड़

6/12
सावन में जुटती है भीड़

विशाल शिवलिंग मिलने के बाद मंदिर का निर्माण करवाया गया. इसके बाद यहां पूजा अर्चना शुरू हो गई. सावन और महाशिवरात्रि पर यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. 

 

हर मनोकामना पूर्ण होती है

7/12
हर मनोकामना पूर्ण होती है

गोंडा ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश नेपाल से भी हजारों श्रद्धालु सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए आते हैं. मान्यता है कि जो भी भगवान भोले का भक्त सच्चे मन से कुछ मांगता है तो उसकी मनोकामना पूरी होती है. 

कितना बड़ा है शिवलिंग

8/12
कितना बड़ा है शिवलिंग

विशाल शिवलिंग की कुल लंबाई 54 फीट है. 7 अरघे हैं. इन्हीं 7 अरघों पर पृथ्वी नाथ मंदिर बनी हुई है, जो पहला अरघा काली कसौटी दुर्लभ पत्थर का बना हुआ दिखाई देता है. इसी अरघे पर लोग जलाभिषेक करते हैं. 

जमीन के नीचे भी शिवलिंग का हिस्‍सा

9/12
जमीन के नीचे भी शिवलिंग का हिस्‍सा

साथ ही 6 अरघे अभी भी जमीन के नीचे हैं. अभी ये विशाल शिवलिंग का कुछ हिस्‍सा नीचे है, जो दिखाई नहीं देती. सिर्फ 5.15 फीट ऊपरी शिवलिंग दिखाई देता है. 

बिना ऐड़ी उठाए जल नहीं चढ़ा सकते

10/12
बिना ऐड़ी उठाए जल नहीं चढ़ा सकते

इस शिवलिंग की खासियत है कि बिना ऐड़ी उठाए हुए कोई भी व्यक्ति भगवान शिव के शिवलिंग पर सीधे जलाभिषेक नहीं कर सकता है. 

काले कसौटी के पत्‍थर पर बना

11/12
काले कसौटी के पत्‍थर पर बना

सपा सरकार में पूर्व कृषि मंत्री रहे कुंवर आनंद सिंह ने पुरातत्व विभाग को पत्र लिखकर इसकी जांच करवाई थी. तब जाकर ये सच्चाई सामने आई थी. पुरातत्‍व विभाग ने भी माना कि यह विशाल शिवलिंग काले कसौटी के पत्थर पर बना हुआ है जिससे सोना तराशा जाता है. 

डिस्क्लेमर

12/12
डिस्क्लेमर

यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

 

;