बता दें कि राशन कार्ड की ई-केवाईसी कराने के लिए सरकार ने 31 जुलाई तक की लाभार्थियों को मोहलत दी है. अभी तक केवल मुखिया की ईकेवाई होना अनिवार्य था लेकिन अब ऐसा नहीं है. सभी यूनिट की ईकेवाईसी कराना जरूरी है.
अगर आपके मन में सवाल उठता है कि आखिरी ईकेवाईसी कराई क्यों जा रही है तो बता दें कि इसकी मकसद राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाना है. धांधली रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है. ई केवाईसी होने के बाद पात्रों को ही राशन मिल सकेगा.
राशन कार्ड की ईकेवाईसी कराना आसान है. इसके लिए आपको नजदीकी राशन की दुकान पर जाना होगा. यहां राशन डीलर को आधार कार्ड की जानकारी देनी होगी. इसके बाद आपका बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट) स्कैन किया जाएगा. इसके बाद प्रोसेस पूरी हो जाएगी.
ईकेवाईसी यानी इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर नो योर. इस प्रोसेस के जरिए पात्र का इलेक्ट्रानिक डिवाइस से वेरिफिकेशन किया जाता है. आधार कार्ड से राशन कार्ड को लिंक किया जाता है.
बता दें कि अकेले अमेठी जिले में ही अब तक दो लाख से ज्यादा लाभार्थियों ने ई के वाई सी नहीं कराया है. इसमें बड़ी संख्या ग्रामीण लाभार्थियों की है. बता दें कि जिले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग 14 लाख 8000 लाभार्थियों को निःशुल्क गेहूं चावल मिलता है.