उत्तराखंड के कई हिल स्टेशन ऐसे हैं, जहां पर जाना पूरी तरह से सुरक्षित है. खासकर अगर आप मौसम और ट्रैवलिंग कंडीशन का ध्यान रखें.
इन हिल स्टेशनों पर सरकारी और प्राइवेट सुरक्षा इंतजाम अच्छे से किए गए हैं. ताकि पर्यटकों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो.
जहां एक ओर नैनीताल और मसूरी जैसे जगहों पर भारी भीड़ हो सकती है. वहीं, दूसरे हिल स्टेशनों पर शांति और सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखा गया है.
पर्वतीय इलाकों में मार्गों की स्थिति और मौसम का अपडेट लेना बहुत जरूरी है, लेकिन प्रशासन इन जगहों की सुरक्षा को लेकर बहुत सतर्क रहता है.
सही योजना और सावधानी से यात्रा करने पर उत्तराखंड के ये हिल स्टेशनों का अनुभव न सिर्फ सुरक्षित रहेगा, बल्कि बहुत सुखद भी होगा.
गर्मियों में घूमने के लिए किसी ठंडी जाने की सोच रहे हैं, लेकिन ज्यादा पैसे भी नहीं खर्च करना तो आप चोपता जाने का प्लान कर सकते हैं.
अल्मोड़ा उत्तराखंड का एक अद्भुत हिल स्टेशन है. यहां के घने जंगल, बर्फ से ढके पहाड़ और हरे-भरे मैदान हर प्रकृति प्रेमी के दिल को छू लेते हैं.
रानीखेत उत्तराखंड में अल्मोड़ा में स्थित एक सुंदर हिल स्टेशन है, जो समुद्र तल से 1,829 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह कुमाऊं हिमालय में दो घाटियों के बीच स्थित है.
औली को भारत का स्विट्ज़रलैंड कहा जाता है. यहां से नंदादेवी, कमेट पर्वत तथा दूनागिरी के ऊंचे चोटियों जैसे विशाल पर्वत चोटियों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है.
कौसानी एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित है. यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हिमालय के मनोरम दृश्य और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है.