Vaibhav Suryavanshi Aim: बिहार के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल 2025 में 38 गेंदों पर 101 रन बनाकर इतिहास रच दिया. 206.55 के उनके स्ट्राइक रेट और 'सुपर स्ट्राइकर' अवॉर्ड ने सभी को प्रभावित किया. अब वे भारत अंडर-19 के इंग्लैंड दौरे की तैयारी कर रहे हैं. वैभव का कहना है कि उनका लक्ष्य आईपीएल 2026 में अपनी गलतियों को सुधारना और राजस्थान रॉयल्स को फाइनल में जीत दिलाना है.
14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने IPL 2025 में राजस्थान रॉयल्स के लिए अपने डेब्यू सीजन में तहलका मचा दिया. जयपुर में गुजरात टाइटंस के खिलाफ 38 गेंदों में 101 रनों की पारी खेलकर उन्होंने इतिहास रच दिया. इस दौरान उन्होंने 35 गेंदों में शतक जड़कर भारतीय बल्लेबाजों में सबसे तेज IPL सेंचुरी का रिकॉर्ड बनाया. इतना ही नहीं, 14 साल 32 दिन की उम्र में वो पुरुष T20 क्रिकेट में सबसे कम उम्र के सेंचुरियन बन गए. उनकी इस पारी में 7 चौके और 11 छक्के शामिल थे. उनकी इस पारी ने दिग्गज गेंदबाजों को भी हैरान कर दिया. वैभव ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को दिखा दिया कि उम्र सिर्फ एक नंबर है.
वैभव ने IPL की वेबसाइट पर शेयर किए गए एक वीडियो में बताया कि IPL में खेलना उनके लिए सपने जैसा रहा. उन्होंने कहा, 'मुझे इस सीजन में बहुत कुछ सीखने को मिला. अगले साल मैं अपनी गलतियों को सुधारकर और बेहतर प्रदर्शन करूंगा.' राजस्थान रॉयल्स का सीजन भले ही अच्छा नहीं रहा, लेकिन वैभव ने व्यक्तिगत तौर पर शानदार प्रदर्शन किया. उन्हें सीजन के आखिर में ‘IPL सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन’ का अवॉर्ड भी मिला. वैभव का लक्ष्य है कि अगले सीजन में वो अपनी टीम को फाइनल तक ले जाएं और इसके लिए वो अभी से मेहनत शुरू कर चुके हैं.
वैभव को उनकी शानदार फॉर्म की वजह से भारत की अंडर-19 टीम में चुना गया है. भारत की अंडर-19 टीम इंग्लैंड दौरे पर जा रही है. इस दौरे में वो चेन्नई सुपरकिंग्स के आयुष म्हात्रे के साथ खेलेंगे. आयुष म्हात्रे टीम के कप्तान हैं. वैभव ने कहा, 'मैं पहली बार इंग्लैंड जा रहा हूं. ये मेरे लिए नया अनुभव होगा. मैं वहां का क्रिकेट देखना चाहता हूं और ट्रॉफी जीतकर लौटने की कोशिश करूंगा.' उनकी तैयारियां जोरों पर हैं और वो इस मौके को भुनाने के लिए तैयार हैं.
वैभव ने अपने डेब्यू सीजन में न सिर्फ फैंस बल्कि क्रिकेट के दिग्गजों का भी ध्यान खींचा. उन्होंने मोहम्मद सिराज, इशांत शर्मा और राशिद खान जैसे विश्व स्तरीय गेंदबाजों को बखूबी खेला. उनकी बल्लेबाजी में बेखौफ अंदाज और तकनीक ने सभी को हैरान किया. वैभव की मेहनत और प्रतिभा को देखकर उनके कोच और साथी खिलाड़ी भी उनकी तारीफ करते नहीं थकते. वो कहते हैं कि वो अपनी गलतियों से सीखकर और मजबूत होकर वापसी करेंगे.
वैभव का सपना है कि वो भारत के लिए खेले. वो अपनी बल्लेबाजी को और निखारना चाहते हैं ताकि उनकी टीम राजस्थान रॉयल्स अगले सीजन में IPL ट्रॉफी जीत सके. उनकी भूख और जुनून को देखकर लगता है कि वो क्रिकेट की दुनिया में बड़ा नाम बनने की राह पर हैं. वैभव की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है जो सपने देखता है और उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत करता है.