Bulldozer Action In Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गांव के पास बुलडोजर की कार्रवाई होने वाली है. ऐसे में यहां 1500 मकानों और दुकानों को ध्वस्त किया जाएगा. यह एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं.
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Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गांव के पास जल्द ही पिला पंजा चलने वाला है. इसमें एलिवेटेड रोड निर्माण की परियोजना में 1500 मकानों और दुकानों को ध्वस्त किया जाएगा. यह परियोजना मुख्य रूप से क्रॉसिंग रिपब्लिक गाजियाबाद तक ट्रैफिक दबाव को कम करने और क्षेत्रीय यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने इस मार्ग पर सर्वे पूरा कर लिया है. एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं.
ट्रैफिक जाम की होती थी समस्या
शाहबेरी से क्रॉसिंग रिपब्लिक की ओर जाने वाली सड़क संकरी होने के कारण यहां अक्सर भारी ट्रैफिक जाम की समस्या होती है. खासकर शाम के समय. इससे न केवल स्थानीय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, बल्कि क्षेत्रीय यातायात भी प्रभावित होता है. इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने एलिवेटेड रोड बनाने का निर्णय लिया है, जिससे इस क्षेत्र में ट्रैफिक की स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है.
इकने घर किए जाएंगे ध्वस्त
इस परियोजना केअंदर 1500 मकान और दुकानें चुनी गई हैं, जो एलिवेटेड रोड के निर्माण में बाधक बन रही हैं. इन प्रभावी जगहों के बारे में सर्वेक्षण के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि करीब 10,000 लोग इस परियोजना से प्रभावित होंगे, जिनमें से 2000 लोग सीधे तौर पर प्रभावित होंगे, क्योंकि उनके घर और दुकानें ध्वस्त की जाएंगी. हालांकि, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने का वादा किया है. मुआवजे की राशि का निर्धारण मौजूदा मार्केट रेट के आधार पर किया जाएगा.
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केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) की टीम ने हाल ही में इस क्षेत्र का निरीक्षण किया और इसके बाद दो डिजाइनों की सिफारिश की. एक डिजाइन में 800 मीटर लंबा और 14 मीटर चौड़ा एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव था, जबकि दूसरे डिजाइन में रोड 16 मीटर चौड़ा और 800 मीटर लंबा था. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने 16 मीटर चौड़ा फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव मंजूर किया है. अब यह प्रस्ताव ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की बोर्ड बैठक में अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा. इस परियोजना के पूरा होने के बाद ट्रैफिक जाम की समस्या में राहत मिलने की संभावना है और यह क्षेत्रीय यातायात को सुगम बनाएगा.