Sirsa News: बिज्जूवाली गांव की वर्षा रानी की कुत्ते के काटने से मौत हो गई. सिर, मुंह और हाथ पर गंभीर घाव होने के कारण संक्रमण हो गया था. इलाज के बावजूद उसकी जान नहीं बच सकी. गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है. ग्रामीणों ने आवारा कुत्तों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
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Sirsa News: बिज्जूवाली गांव की रहने वाली वर्षा रानी नामक महिला की कुत्ते के काटने के कारण मौत हो गई है. 16 जुलाई को वर्षा रानी गली में कुत्तों को रोटी डाल रही थीं, तभी एक आवारा कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया. कुत्ते ने उन्हें सिर, हाथ और मुंह सहित कई अगों पर काट लिया. स्थानीय लोगों की मदद से महिला को कुत्ते के चंगुल से छुड़वाया गया और गंभीर हालत में डबवाली के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहां उन्हें एंटी रेबीज वैक्सीन दी गई, लेकिन सिर और मुंह पर गहरे घाव होने के कारण संक्रमण तेजी से फैलता चला गया.
संक्रमण के बढ़ा खतरा
हालत बिगड़ने पर उन्हें बठिंडा के एम्स में भर्ती किया गया, लेकिन स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ. यहां तक कि वर्षा ने खाना-पीना भी बंद कर दिया. डॉक्टरों ने संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए इलाज जारी रखने में असमर्थता जताई. इसके बाद परिजन उन्हें उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित एक प्रसिद्ध वैद्य के पास लेकर गए, जहां थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन संक्रमण पहले ही पूरे शरीर में फैल चुका था. अंतत इलाज के दौरान वर्षा रानी की मौत हो गई.
महिला अपने पीछे दो नाबालिग बेटे छोड़ गई
वर्षा रानी अपने पीछे दो नाबालिग बेटों को छोड़ गई हैं. इस दुखद मामले के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. ग्रामीणों में भारी रोष है और उन्होंने प्रशासन से आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
डॉक्टर ने बताई मौत की वजह
डॉ. गौरव अरोड़ा, नागरिक अस्पताल, सिरसा ने बताया कि महिला को रेबीज के संक्रमण के बाद एमआरबी और इम्युनोग्लोबुलिन सीरम भी दी गई थी, लेकिन वायरस तेजी से मस्तिष्क तक पहुंच गया. इसी वजह से महिला की स्थिति में सुधार नहीं हो पाया और अंतत उनकी मृत्यु हो गई. स्वास्थ्य विभाग ने बठिंडा एम्स से इस मामले की रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट जानकारी सामने आ सकेगी।
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सिरसा शहर में है 10,000 आवारा कुत्ते
जिले में 20,000 से अधिक आवारा कुत्ते हैं, जिनमें लगभग 10,000 कुत्ते सिरसा शहर में ही घूमते हैं. यह घटना प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि अब ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. ग्रामीणों और पंचायत ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द आवारा कुत्तों को पकड़ने और उनकी संख्या नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए.
इनपुट- विजय कुमार