Chandigarh Suicide News: पुलिस को डॉक्टर के शव के पास एक एफआईआर की कॉपी और एक खारिज बेल का दस्तावेज मिला है. एफआईआर में जी. वेंकटेश को डिफेंडेट बनाया गया है, जिसमें एक महिला ने उन पर रेप का आरोप लगाया है.
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Chandigarh Crime News: चंडीगढ़ में एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली. दिल्ली AIIMS के डॉक्टर जी. वेंकटेश का शव एक होटल के कमरे में पंखे से लटका मिला. पुलिस ने कमरे की खिड़की तोड़कर शव को बाहर निकाला. पुलिस की जांच में पता चला कि डॉक्टर के खिलाफ हरियाणा में रेप की एफआईआर दर्ज थी. इस मामले में डॉक्टर ने एंटीसिपेट्री बेल के लिए आवेदन किया था, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था. यह महत्वपूर्ण दस्तावेज डॉक्टर की बॉडी के पास बरामद किए गए हैं.
डॉक्टर की पहचान और होटल में ठहराव
मृतक की पहचान आंध्र प्रदेश निवासी जी. वेंकटेश के रूप में हुई है. उन्होंने 30 अप्रैल को चंडीगढ़ के दड़वा स्थित होटल दीप में कमरा बुक किया था. होटल प्रबंधन ने उन्हें पहली मंजिल का कमरा नंबर 102 दिया. डॉक्टर ने होटल में चेक-इन के समय अपनी आईडी और मोबाइल नंबर दिया था.
चेकआउट का दिन और संदिग्ध स्थिति
डॉक्टर को रविवार (4 अप्रैल) को चेकआउट करना था, लेकिन जब वह समय पर कमरे से बाहर नहीं आए तो होटल स्टाफ ने चिंता जताई. होटल मैनेजर ने डॉक्टर के कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया. पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा खोलने के लिए खिड़की तोड़ी. अंदर जाकर देखा गया कि डॉक्टर पंखे से लटके हुआ था. फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की और जरूरी साक्ष्यों को जुटाया. शव को जीएमएसएच-16 की मॉर्चरी में रखवाया गया है.
रेप के मामले की गंभीरता
पुलिस को डॉक्टर के शव के पास एक एफआईआर की कॉपी और एक खारिज बेल का दस्तावेज मिला है. एफआईआर में जी. वेंकटेश को डिफेंडेट बनाया गया है, जिसमें एक महिला ने उन पर रेप का आरोप लगाया है. यह मामला अब और गंभीर हो गया है, क्योंकि इससे डॉक्टर की मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ा हो सकता है.
जांच में जुटी पुलिस
इंडस्ट्रियल एरिया पुलिस ने सभी दस्तावेजों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है. एसएचओ इंडस्ट्रियल एरिया, इंस्पेक्टर सतनाम सिंह ने बताया कि पुलिस अब दिल्ली AIIMS से भी संपर्क कर रही है ताकि डॉक्टर के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके.
मोबाइल फोन की जांच
पुलिस ने जी. वेंकटेश का मोबाइल फोन भी कब्जे में लिया है, लेकिन वह लॉक है. पुलिस ने कई प्रयास किए, लेकिन लॉक नहीं खुला. अब इस मोबाइल फोन को फोरेंसिक लैब भेजा जा रहा है ताकि पता चल सके कि डॉक्टर ने आखिरी बार किससे बात की और उनकी मानसिक स्थिति के बारे में क्या जानकारी मिलती है.