Delhi Assembly Speaker: आप नेता सौरभ भारद्वाज ने तंज कसते हुए कहा है कि पहले यही बीजेपी अफसरों को सिखाती थी कि मंत्री और विधायकों की बात नहीं सुननी और आज जब खुद परेशान हो रहे हैं तो उन्हें कर्तव्य का पाठ पढ़ाया जा रहा है.
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Delhi News: दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के मुख्य सचिव धर्मेंद्र को पत्र लिखकर अधिकारियों के खिलाफ शिकायत कर दी है. उन्होंने पत्र में लिखा कि दिल्ली के अधिकारी विधानसभा के सदस्यों (विधायकों) के पत्रों, फोन कॉल्स या संदेशों का जवाब नहीं दे रहे हैं. गुप्ता ने मुख्य सचिव से यह अनुरोध किया कि वे दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस, DDA सहित अलग-अलग विभागों के विभागाध्यक्षों को इस मुद्दे के बारे में बताएं और संबंधित अधिकारियों को जागरूक करें.
नौकरशाही को लेकर दीलकड़ी चेतावनी
विजेंद्र गुप्ता ने अपने पत्र में नौकरशाही को लेकर कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने लिखा कि मेरे ध्यान में कुछ ऐसे मामले आए हैं, जहां माननीय सदस्यों के पत्र, फोन कॉल्स या संदेशों के माध्यम से की गई बात-चीत को संबंधित अधिकारियों ने न तो स्वीकार किया है और न ही इसका कोई जवाब दिया है. गुप्ता ने यह भी कहा कि विधायकों की बातों को नजरअंदाज करना एक गंभीर मामला है. इस मामले में दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग तथा भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी सरकारी निर्देशों को फिर से लागू करने की आवश्यकता है.
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सौरभ भारद्वाज ने BJP पर साधा निशाना
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए AAP के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने BJP पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 10 साल तक दिल्ली के अफसरों को यही सिखाया गया कि वे मंत्रियों और विधायकों की बातों को नजरअंदाज करें, उनका फोन न उठाएं और उनके पत्रों का जवाब न दें. अब जब भाजपा सरकार बनी है, तो अफसरों की मनमानी धीरे-धीरे सामने आ रही है. पहले भाजपा ने इन अफसरों की पक्षधर थी, लेकिन अब उन्हें अपने जिम्मेदारी का अहसास कराया जा रहा है. भारद्वाज ने आगे कहा कि BJP यह समझ रही है कि लोकतंत्र को कमजोर करने से देश और जनता को सिर्फ नुकसान होता है.
बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव में BJP ने 70 में से 48 सीटें जीती थीं, जबकि AAP को 22 सीटें मिली थीं. दिल्ली में BJP ने लंबे समय के बाद सत्ता हासिल की है और अब वह दिल्ली की नौकरशाही की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठा रही है.