Congress Delhi BJP Government 100 Days: कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने अनुपम खेर और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बीच हुए संवाद को एक 'फ्लॉप शो' कहकर इस कहानी की परतें खोल दीं. उनका आरोप है कि बीजेपी ने महज दिखावे के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर दिए. जबकि जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रही है.
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Devender Yadav On Rekha Gupta: दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार ने हाल ही में अपने 100 दिन पूरे किए. इस मौके पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर को बुलाकर सरकार के कामकाज पर चर्चा की गई. इस टॉक शो के जरिए सरकार ने अपने 100 दिनों की उपलब्धियों को सामने रखने की कोशिश की. लेकिन दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने इस पूरे आयोजन को 'फ्लॉप शो' बताया.
देवेंद्र यादव का कहना है कि बीजेपी सरकार ने अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए करोड़ों रुपये फूंक दिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जमीन पर कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ, लेकिन जश्न मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई. आम लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज कर एक स्क्रिप्टेड इवेंट में अभिनेता को बुलाकर वाहवाही लूटने की कोशिश की गई. उन्होंने ये भी कहा कि रेखा गुप्ता सरकार की 100 दिन की रिपोर्ट महज एक स्क्रिप्ट है, जिसमें हकीकत की झलक नहीं मिलती. स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, यमुना की सफाई नहीं हुई, सड़कों पर जलभराव है, प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है और कानून व्यवस्था पर किसी का ध्यान नहीं है. उन्होंने तीखे शब्दों में सरकार को घेरा.
प्रचार पर करोड़ों जनता के लिए कुछ नहीं
देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि अनुपम खेर को बुलाकर करोड़ों रुपये बर्बाद कर दिए गए, जबकि यही पैसा झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के पुनर्वास या महिलाओं को 2500 रुपये मासिक देने में खर्च किया जा सकता था. उन्होंने कहा कि सरकार की यह चमक-दमक सिर्फ दिखावे के लिए है.
आयुष्मान आरोग्य मंदिर सिर्फ नाम का
रेखा गुप्ता ने जिस मोहल्ला क्लीनिक को आयुष्मान आरोग्य मंदिर कहा, उस पर भी देवेंद्र यादव ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि उस केंद्र में न स्टाफ है न दवाइयां और न कोई सुविधा. चार कर्मचारियों के भरोसे एक मॉडल हेल्थ सेंटर कैसे चलेगा.
यमुना बन गई नाला
यमुना की हालत पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने आस्था की प्रतीक यमुना को नाला बना दिया है. उन्होंने मांग की कि दिल्ली, हरियाणा और केंद्र सरकार मिलकर यमुना पर श्वेत पत्र जारी करें और पारदर्शी योजना बनाएं. वरना जनता को सिर्फ खोखले वादे ही मिलते रहेंगे.
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