Ansal Group: GDA ने प्रमोटर अंसल ग्रुप के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. सोसाइटी में बुनियादी सुविधाओं का न होना और निवेशकों से भूखंड आवंटन के नाम पर धोखाधड़ी की गई.2012 में इस प्रोजेक्ट को डिलीवर किया जाना था, लेकिन डेवलपर ने केवल 848 EWS के फ्लैट के लिए जमीन पर 160 फ्लैट ही बनाए
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Ghaziabad News: गाजियाबाद में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने प्रमोटर अंसल ग्रुप के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. GDA के अवर अभियंता ज्ञान प्रकाश द्विवेदी के अनुसार, यह मुकदमा क्रॉसिंग थाने में दर्ज किया गया. यह मामला गाजियाबाद के गोंडा खेड़ा इलाके में विकसित की जा रही एक आवासीय सोसाइटी से जुड़ा है, जिसे अंसल ग्रुप द्वारा दो दशकों पहले शुरू किया गया था.
भूखंड आवंटन के नाम पर धोखाधड़ी
सोसाइटी में बुनियादी सुविधाओं का न होना और निवेशकों से भूखंड आवंटन के नाम पर धोखाधड़ी की गई. 2012 में इस प्रोजेक्ट को डिलीवर किया जाना था, लेकिन डेवलपर ने केवल 848 EWS (कम आय वर्ग) के फ्लैट के लिए जमीन पर 160 फ्लैट ही बनाए. इसके अलावा, स्कूल, अस्पताल, सीवर, नाली, एसटीपी प्लांट, पेयजल सुविधा, बाउंड्री वॉल आदि का निर्माण भी नहीं किया गया, जैसा कि मानकों में निर्धारित था.
निवेशकों ने कई बारव की है शिकायत
इस सोसाइटी में निवेश करने वाले निवेशकों ने GDA से कई बार शिकायतें की थीं, जिसमें बताया गया कि यहां बुनियादी सुविधाएं पूरी तरह से खराब हैं. बाउंड्री वॉल टूटी हुई है, सीवरेज व्यवस्था जर्जर है सड़कों की स्थिति भी खराब है और पानी भरने की समस्या बनी रहती है. इस पूरी स्थिति को लेकर अब निवेशक इस धोखाधड़ी का शिकार महसूस कर रहे हैं.
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गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के सचिव, राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अंसल द्वारा इस परियोजना के लिए 2006 में लाइसेंस प्राप्त किया था. वहां के निवासियों और विकसित हो रही सोसाइटियों ने लगातार शिकायतें की थीं. इसके अलावा, अंसल ने EWS फ्लैट के लिए दी गई भूमि को प्लॉट में बदलकर आवंटित किया और निवेशकों से पैसा लेकर उन्हें भूखंड आवंटित नहीं किए गए. इन सभी मुद्दों पर संज्ञान लेते हुए प्राधिकरण ने प्रमोटर प्रणब अंसल, डायरेक्टर अमित शुक्ला और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
Input- Piyush Gaur