Greater Noida Authority: ग्रेटर नोएडा में शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बैठक आयोजित की गई. इसमें निवेशकों ने निवेश करने की इच्छा जाहिर की. निवेशकों की योजना ग्रेटर नोएडा में उद्योग, शिक्षण संस्थान और अस्पताल खोलने की है.
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Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में निवेश की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं. शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में आयोजित एक अहम बैठक में कई बड़े निवेशकों ने इस क्षेत्र में निवेश करने की इच्छा जाहिर की. इन निवेशकों की योजना ग्रेटर नोएडा में उद्योग, शिक्षण संस्थान और अस्पताल खोलने की है. प्राधिकरण अब इन निवेशकों को आवश्यक जमीन उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से प्रयास कर रहा है.
इन कपंनियों के प्रतिनिधि रहे उपस्थित
प्राधिकरण की तरफ से आयोजित इस बैठक में ACO सौम्य श्रीवास्तव और प्रेरणा सिंह ने निवेशकों से बातचीत की और उन्हें ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक और संस्थागत ढांचे की जानकारी दी. बैठक में एफओईआईआई यूनिवर्सिटी, चंदन हॉस्पिटल, इंद्रप्रस्थ कैंसर हॉस्पिटल, स्वराज एग्रीकल्चर, एसएसजी फर्निसिंग सहित 10 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे. इन प्रतिनिधियों को ग्रेटर नोएडा और इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप (आईआईटीजीएनएल) के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी दी गई है.
बैठक में ये लोग रहे मौजूद
बैठक में ACEO सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जल्दी ही औद्योगिक भूखंड योजना लेकर आ रहा है, जिसमें इच्छुक निवेशक आवेदन कर सकते हैं. एसीईओ प्रेरणा सिंह ने आईटी और संस्थागत भूखंडों के साथ-साथ टाउनशिप में उपलब्ध जमीन के बारे में भी जानकारी दी. बैठक में ओएसडी अर्चना द्विवेदी, प्रबंधक स्नेहलता, अरविंद मोहन सिंह, प्रमोद कुमार, प्रिंसिका सिंह, साथ ही आईआईटीजीएनएल की प्रभारी उद्योग प्रीति शर्मा और उद्यमी मित्र के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
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लोगों को मिलेंगे रोजगार
सभी ने निवेशकों के साथ विस्तृत चर्चा की और उनकी आवश्यकताओं को समझा. इस अवसर पर आईआईटीजीएनएल की निदेशक एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का दौरा भी किया. उन्होंने अब तक जिन उद्योगों को भूखंड आवंटित किए गए हैं, उनके कार्यों की प्रगति की समीक्षा की. एसीईओ ने टीम को निर्देश दिया कि वे आवंटित उद्यमों से संपर्क कर जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू कराएं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकें. निरीक्षण के दौरान सीनियर मैनेजर वैभव चौधरी और मैनेजर महेश यादव भी साथ रहे