Greater Noida Crime News: मूल रूप से कानपुर के किदवई नगर निवासी वंशिका अरोड़ा गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही थी. यहां पर वह बीए ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस की छात्रा थी. वंशिका विश्वविद्यालय परिसर स्थित छात्रावास के कमरे में अकेली रहती थी. छात्रा डिप्रेशन का शिकार थी और दवाइयां खा रही थी.
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Greater Noida Crime News: ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-1 थाना क्षेत्र अंतर्गत गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के हॉस्टल में एक छात्रा ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्रा का शव उसके कमरे में पंखे से लटका मिला. सूचना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ. बताया जा रहा है कि छात्रा मानसिक रूप से परेशान थी और उसकी दवाइयां भी चल रही थी. ऐसे में डिप्रेशन के कारण छात्रा की आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही है.
दरसअल, मूल रूप से कानपुर के किदवई नगर निवासी वंशिका अरोड़ा गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही थी. यहां पर वह बीए ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस की छात्रा थी. वंशिका विश्वविद्यालय परिसर स्थित छात्रावास के कमरे में अकेली रहती थी. विश्वविद्यालय प्रबंधन की तरफ से बताया गया कि छात्रावास में रहने वाली छात्राओं की दिन में दो बार उपस्थिति दर्ज कराई जाती है. शनिवार को दिन में छात्रा उपस्थित मिली, लेकिन शाम को 8:30 बजे की छात्रा उपस्थिति में उसका नाम दर्ज नहीं था. इसके बाद जब रात 9:30 बजे अटेंडेंस रजिस्टर का सत्यापन किया गया, इसमें भी वह अनुपस्थित मिली, जिसके बाद वार्डन स्वयं कमरे में पहुंची.
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वार्डन वहां पहुंची तो देखा कि कमरा अंदर से बंद था. वार्डन ने कमरे का दरवाजा खटखटाया और छात्र को आवाज लगाई. आवाज सुनकर अन्य छात्राएं बाहर आ गई. छात्राओं ने दरवाजे को धक्का मारा और हिलाया तो चटकनी खुल गई. जिसके बाद अंदर जाकर देखा तो उसका शव पंखे से लटका हुआ था. इसके बाद इसकी सूचना विश्वविद्यालय प्रबंधन और ईकोटेक वन पुलिस को दी गई.
जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंती तो उनको कमरे में निरीक्षण के दौरान एक सुसाइड नोट मिला. सुसाइड नोट में पता चला कि छात्र लंबे समय से मानसिक रूप से बीमार थी. उसका डिप्रेशन का इलाज चल रहा था और वह दवाइयां भी खा रही थी।.पुलिस ने छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है. इसके साथ ही छात्रा के अभिभावकों को भी मामले की जानकारी दे दी गई है.
(Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्मान करें. हर पल का आनंद लें. किसी बात-विषय-घटना के कारण व्यथित हों तो जीवन से हार मारने की कोई जरूरत नहीं. अच्छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्त हेल्पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें.)
INPUT: BHUPESH PRATAP