Karnal News: करनाल में सीईटी परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने की कोशिश नाकाम रही. सीआईए ने परीक्षा केंद्र से एक युवक को पकड़ा, जिसका एडमिट कार्ड पर किसी और का फोटो था. पढ़ाई कमजोर होने के कारण उसने किसी दूसरे को पेपर दिलवाने की साजिश रची थी, लेकिन वह खुद पेपर देने नहीं पहुंचा.
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Karnal News: सीआईए की टीम ने सीईटी परीक्षा में फर्जीवाड़े की कोशिश कर रहे एक शातिर युवक को रंगे हाथों पकड़ लिया. उसने अपने एडमिट कार्ड पर किसी और युवक का फोटो चिपका रखा था, जबकि असल में परीक्षा में कोई दूसरा व्यक्ति बैठना था, लेकिन ऐन वक्त पर युवक नहीं पहुंचा, इसलिए आरोपित खुद ही पेपर देने आ गया. पुलिस ने उसे सेंटर से ही दबोच लिया और पूछताछ में पूरे रैकेट का खुलासा हुआ. मामले में एक और युवक को भी कैथल से गिरफ्तार किया गया है. दोनों को कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
सीआईए करनाल के एएसआई नरेश कुमार ने बताया कि शनिवार को आरएस पब्लिक स्कूल में सीईटी की परीक्षा आयोजित की गई थी. इसी दौरान एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम सेंटर पर पहुंची और एक संदिग्ध युवक को पकड़ लिया. पूछताछ में उसकी पहचान राकेश कुमार के रूप में हुई, जो जींद जिले के रुपगढ़ गांव का रहने वाला है.
जांच में पता चला कि राकेश कुमार ने अपने एडमिट कार्ड पर किसी और युवक का फोटो लगाकर परीक्षा देने की कोशिश की थी. पेपर शुरू होने के कुछ ही देर बाद पुलिस ने उसे काबू कर लिया. जब एडमिट कार्ड की जांच की गई तो उसमें राकेश की जगह किसी अन्य युवक का फोटो लगा था.
पूछताछ में राकेश ने बताया कि वह पढ़ाई में कमजोर है, इसलिए उसने किसी और युवक को पैसे देकर परीक्षा दिलवाने की योजना बनाई थी. उसके एडमिट कार्ड पर उसी युवक की फोटो लगाई गई थी. योजना के अनुसार, वह युवक उसकी जगह परीक्षा देने आने वाला था, इसके लिए पैसे की भी बातचीत हुई थी. लेकिन ऐन वक्त पर वह युवक परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचा. ऐसे में राकेश खुद ही सेंटर पहुंच गया और पकड़ में आ गया.
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सीआईए टीम ने राकेश से पूछताछ के बाद दूसरे युवक की तलाश शुरू की. राकेश ने उसका नाम भगत सिंह बताया. पुलिस ने कैथल से भगत सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया. दोनों युवकों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और आरोपितों के मोबाइल व अन्य दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वे पहले भी किसी अन्य संदिग्ध गतिविधि में शामिल रहे हैं.
Input- KAMARJEET SINGH