इस महीने होने वाली आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की बैठक में इस रूट को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. यदि टेंडर में एजेंसी का चयन हो जाता है, तो अगले दो से तीन महीने में काम शुरू हो जाएगा. काम पूरा होने में कम से कम तीन साल का समय लगेगा.
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Noida Metro Extension: इस महीने केंद्र सरकार से ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन से बोड़ाकी तक मेट्रो रूट को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. यह रूट नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) द्वारा प्रस्तावित किया गया है और इसकी अनुमति मिलने के बाद, एनएमआरसी डिजाइन कंसल्टेंट की नियुक्ति करेगा. इसके बाद टेंडर जारी किया जाएगा.
यह रूट एक्वा लाइन का एक्सटेंशन होगा, जो पहले से ही नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेनो के डिपो मेट्रो स्टेशन तक चल रहा है. अब यह मेट्रो ग्रेनो डिपो से बोड़ाकी तक जाएगी, जहां पर केवल दो स्टेशन होंगे - जुनपत और बोड़ाकी. विशेष रूप से बोड़ाकी में एक बड़ा स्टेशन बनाया जाएगा. इस रूट के लिए 2.6 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बिछाया जाएगा. अधिकारियों के अनुसार कि इस रूट पर मेट्रो चलाने में 416 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. यह बजट 500 करोड़ रुपये से कम होने के कारण कैबिनेट की बैठक में नहीं जाएगा, जिससे मंजूरी प्रक्रिया में तेजी आएगी.
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इस महीने होने वाली आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की बैठक में इस रूट को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. यदि टेंडर में एजेंसी का चयन हो जाता है, तो अगले दो से तीन महीने में काम शुरू हो जाएगा. काम पूरा होने में कम से कम तीन साल का समय लगेगा. अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि बोड़ाकी रूट को मंजूरी मिलने के बाद, अगले एक-दो महीने में सेक्टर-142 से बॉटनिकल गार्डन रूट को भी मंजूरी मिल सकती है. इसके बाद नोएडा से ग्रेनो वेस्ट रूट पर भी काम शुरू होगा. बोड़ाकी में बनने वाले बड़े मेट्रो स्टेशन में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब का निर्माण किया जाएगा. इस हब में होटल, ट्रेन, मेट्रो, अंतरराज्यीय बस अड्डा और स्थानीय ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं विकसित की जाएंगी. इससे अधिक संख्या में लोगों की आवाजाही संभव होगी और यही कारण है कि इस रूट पर मेट्रो चलाने का निर्णय लिया गया है