Sonipat Grain Market: हरियाणा के सोनीपत अनाज मंडी में गेहूं की आवक जोरों पर है, लेकिन गेहूं का उठान धीमी गति से होने के कारण बड़ी समस्या पैदा हो गई है.करीब 2 लाख बोरिया खुले आसमान के नीचे पड़ी है, जिनका उठान नही हो पा रहा है.
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Sonipat News: जैसा कि भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान लगया था, गुरुवार को सोनीपत समेत हरियाणा के कई जिलों में धूल भरी आंधी के साथ बारिश हुई. ऐसे में सोनीपत के अनाज मंडी में रखा करीब 1 लाख क्विंटल गेंहू पर संकट के बादल छा गए हैं. अनाज मंडी में खुले आसामान के नीचे रखी गेहूं की 2 लाख बोरियां भीग गईं, जिसने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.
दरअसल, हरियाणा की मंडियों में गेहूं की आवक शुरू हो चुकी है. किसान अपना पीला सोना लेकर अनाज मंडियों में पहुंच रहे हैं. सोनीपत अनाज मंडी में गेहूं की आवक जोरों पर है, लेकिन गेहूं का उठान धीमी गति से होने के कारण बड़ी समस्या पैदा हो गई है. सोनीपत अनाज मंडी में गेहूं की करीब 2 लाख बोरिया खुले आसमान के नीचे पड़ी है, जिनका उठान नही हो पा रहा है. ऐसे में अगर बारिश आ जाती है तो बड़ा नुकसान हो सकता है.
गेहूं खरीद के लिए बनाए गए 22 केंद्र
सोनीपत जिले में गेहूं खरीद के लिए सोनीपत, गोहाना, गन्नौर और खरखौदा अनाज मंडी सहित कुल 22 खरीद केंद्र बनाए गए हैं. इन केंद्रों पर किसानों से गेहूं की खरीद की जा रही है.खरीद के मुकाबले मंडियों से गेहूं के उठान की गति बेहद धीमी है। अभी तक केवल लगभग 300 मीट्रिक टन गेहूं का ही उठान हो पाया है. उठान की इस सुस्त रफ्तार के कारण मंडियों में गेहूं का अंबार लगा हुआ है. खुले आसमान के नीचे रखे इस गेहूं के बारिश में भीगने से गुणवत्ता प्रभावित होने और नुकसान होने का खतरा पैदा हो गया है. किसानों और व्यापारियों ने उठान प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग की है ताकि उनके अनाज को सुरक्षित रखा जा सके.मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसानों का कहना है कि मंडी में गेहूं उतारने की जगह नहीं है इसकी वजह से गेहूं भीग गया है. किसानों का कहना है कि नमी की मात्रा बढ़ने से रेट में भी गिरावट होगी.उनको नुकसान होगा. यदि उठान प्रक्रिया तेज नहीं की गई तो उनकी मेहनत की कमाई बर्बाद हो सकती है. उन्होंने प्रशासन से मंडियों में उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने और गेहूं के त्वरित उठान के लिए कदम उठाने की अपील की है.
अंबाला मंडी में 13 हजार क्विंटल गेंहू की आवक
अंबाला शहर अनाज मंडी में गेंहू की आवक शुरू हो गई है, लेकिन अभी आवक अभी धीमी है, जिसके चलते किसानों को फसल लाने रखने और बेचने में किसी तरीके की कोई दिक्कत नही आ रही. हालांकि, अभी उठान का टेंडर नही हुआ है, जिससे मंडी में रखा गेंहू वैसे ही पड़ा है. अंबाला शहर अनाज मंडी में अभी तक 13 हजार क्विंटल गेंहू की आवक हो चुकी है.
नूंह में किसानों को नहीं हो पा रहा पेमेंट
नूंह की नई अनाज मंडी में गेहूं की आवक 1 अप्रैल से शुरू हो गई है, लेकिन किसानों को अभी तक पेमेंट नहीं हो पा रही हे, जिसके कारण वह आड़ंतियो के चक्कर काट रहे हैं. किसानों का कहना है कि इस बार एक तो फसल हल्की थी वही मंडी में सरकार के द्वारा खरीद की गई है, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया गया है.
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यमुनानगर की मंडी में पहुंचा 3000 मीट्रिक टन गेहूं
हरियाणा की अनाज मंडियों में इस समय रबी सीजन की फसल गेहूं की खरीद का कार्य धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है. खास तौर पर अगर यमुनानगर जिले की जगाधरी अनाज मंडी की बात करें, तो यहां पर 10 अप्रैल तक लगभग 3000 मीट्रिक टन गेहूं की आवाक दर्ज की जा चुकी है. हालांकि, यह आंकड़ा अपेक्षाकृत कम माना जा रहा है, क्योंकि अभी तक अधिकांश खेतों में गेहूं की कटाई पूरी नहीं हुई है. किसान अभी फसल की कटाई में व्यस्त हैं, जिसके चलते मंडियों में आवक धीरे-धीरे बढ़ रही है