Haryana News : हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार के दौरान हुई इस कथित गड़बड़ी का खुलासा आईएएस अशोक खेमका ने किया था, जिसके बाद वो खासी सुर्खियों में आए थे. वैसे ये मुद्दा बीजेपी के लिए कितना अहम है, उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2014 के चुनाव में बीजेपी ने इसे खूब भुनाया था.
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Robert Vadra ED Enquiry : गुरुग्राम के शिकोहपुर लैंड डील मामले में पूछताछ के लिए एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा को बुलाया. 8 अप्रैल को रॉबर्ट वाड्रा पूछताछ हाजिर थे, जिसके बाद ईडी ने उन्हें फिर से समन जारी किया. राबर्ट वाड्रा ने कहा, सरकार एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है. जो भी सवाल पूछा जाएगा, उसका जवाब दिया जाएगा. अब जान लेते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है, क्यों ईडी को उनसे पूछताछ की जरूरत पद गई.
ये मामला 2008 में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और रियल एस्टेट डेवलपर डीएलएफ के बीच एक डील से जुड़ा है. रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने गुरुग्राम के मानेसर-शिकोहपुर में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 7.5 करोड़ रुपये में करीब 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी. इस समय हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री थे.
आरोप है कि जमीन खरीदने के करीब एक महीने बाद हुड्डा सरकार ने वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को इस जमीन पर आवासीय परियोजना विकसित करने का परमीशन दे दी. आवासीय परियोजना का लाइसेंस मिलने के बाद जमीन के दाम बढ़ गए. लाइसेंस मिलने के दो महीने बाद वाड्रा की कंपनी ने ये जमीन डीएलएफ को 58 करोड़ में बेच दी. बाद में हुड्डा ने आवासीय परियोजना का लाइसेंस डीएलएफ को ट्रांसफर कर दिया. आरोप है कि इस पूरी डील में कई अनियिमताएं हुई.
इस कथित गड़बड़ी का खुलासा आईएएस अशोक खेमका ने किया था, जिसके बाद वो खासी सुर्खियों में आए थे. वैसे ये मुद्दा बीजेपी के लिए कितना अहम है, उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2014 के चुनाव में बीजेपी ने इसे देशभर में खूब भुनाया था.