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सांस्कृतिक विरासत की राष्ट्रीय सूची में MP को फिर मिला बड़ा स्थान, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

MP Tourism: मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार ने एक और बड़ी सौगात दी है, प्रदेश की तीन चीजों को सांस्कृतिक विरासत की राष्ट्रीय सूची में शामिल किया गया है, जिस पर सीएम मोहन यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया है. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध नर्मदा परिक्रमा यात्रा, भगोरिया नृत्य और गोंड चित्रकला सांस्कृतिक विरासत की राष्ट्रीय सूची में जगह मिली है, जो एमपी के लिए खुशी की बात है. सरकार के इस फैसले से प्रदेश में पर्यटन के साथ सांस्कृतिक विरासत भी बढ़ेगी. 

बड़ा महत्व

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बड़ा महत्व

भगोरिया उत्सव मध्यप्रदेश में खासतौर पर झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, रतलाम, खंडवा, खरगोन जिलों में मनाया जाता है. इसका बड़ा महत्व माना जाता है, यही वजह है कि भगोरिया नृत्य की ख्याति भी अब दूर-दूर तक प्रसिद्ध हो चुकी है. 

भगोरिया नृत्य

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भगोरिया नृत्य

भगोरिया नृत्य मध्यप्रदेश में आदिवासी वर्ग का सबसे प्रसिद्ध नृत्य हैं, मध्यप्रदेश में हर साल भगोरिया उत्सव होता है, यह होली से सात दिन पहले शुरू हो जाता है, जिसमें जगह-जगह मेले का आयोजन होता है और नृत्य भी होता है. उत्सव में ढोल, मांदल और बांसुरी पर आदिवासी भाई जमकर डांस करते हैं, जिसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं. 

बड़ी यात्रा

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बड़ी यात्रा

नर्मदा परिक्रमा बड़ी यात्रा मानी जाती है. जो अमरकंटक से शुरू होकर खंभात की खाड़ी में नदी के संगम तक होती है. पैदल यह परिक्रमा लगभग 3 वर्ष, 3 महीने और 13 दिन में पूरी होती है. लेकिन इसे 6 महीने में भी कई लोग पूरा करते हैं. 

नर्मदा परिक्रमा

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नर्मदा परिक्रमा

नर्मदा मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी और धार्मिक नदी है, देशभर में मां नर्मदा की एक ऐसी नदी है जिनकी परिक्रमा की जाती है, इसे भी राष्ट्रीय सूची में शामिल किया गया है. नर्मदा परिक्रमा पैदल और गाड़ियों से भी की जा सकती है. इसका बड़ा धार्मिक महत्व माना जाता है.

गोंड चित्रकला की खासियत

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गोंड चित्रकला की खासियत

यह चित्रकला दीवारों, फर्श, कपड़ों के अलावा कागज और कैनवास भी उकेरी जाती है, यह मध्यप्रदेश में विशेष त्योहारों पर अपने घरों को सजाने के लिए की जाती है. गोंड चित्रकला मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल इलाकों में सबसे ज्यादा देखने को मिलती है.

गोंड चित्रकला

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गोंड चित्रकला

गोंड चित्रकला को सांस्कृतिक विरासत की राष्ट्रीय में सूची में जगह मिली है जो एमपी की एक पारंपरिक प्रसिद्ध लोककला है. यह मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ में भी पाई जाती है. गोंड चित्रकला को दुनियाभर में प्रसिद्ध मिली हुई है. 

एमपी को सौगात

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एमपी को सौगात

केंद्र की मोदी सरकार ने मध्यप्रदेश से भगोरिया नृत्य, गोंड चित्रकला और नर्मदा परिक्रमा को अब सांस्कृतिक विरासत की राष्ट्रीय सूची में शामिल करने का फैसला किया है. जिस पर सीएम मोहन यादव ने पीएम मोदी का आभार जताया है. 

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